हवाई यात्रा करने वालों के लिए बुरी खबर, अब झारखंड से हवाई यात्रा करना होगा महंगा , सरकार ने बढ़ाई VAT
झारखंड सरकार में आज केबिनेट की 14 प्रस्ताव पर मुहर लगी । लेकिन चर्चा का विषय रहा एविएशन फियूल पर 12 प्रतीशत का वैट लगाना । आज हम मूल्यांकन करते है यदि एविएशन फ्यूल (Aviation Turbine Fuel – ATF) पर वैट (VAT) में 12% की बढ़ोतरी होती है, तो इसका असर हवाई यात्रा की लागत पर पड़ सकता है, जिससे हवाई यात्रा महंगी हो सकती है। ATF एयरलाइंस के परिचालन खर्च का एक बड़ा हिस्सा (लगभग 35-45%) होता है। वैट में बढ़ोतरी से ईंधन की कीमत बढ़ेगी, और एयरलाइंस इस अतिरिक्त लागत को किराए में शामिल करके यात्रियों पर डाल सकती हैं।
हालांकि, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि एयरलाइंस इस बढ़ोतरी को कितना अवशोषित करती हैं या बाजार की प्रतिस्पर्धा के कारण किराए को स्थिर रखने की कोशिश करती हैं। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतें, रुपये की विनिमय दर, और राज्य सरकारों की नीतियां भी अंतिम किराए को प्रभावित करेंगी। भारत में अलग-अलग राज्यों में ATF पर वैट की दरें अलग-अलग हैं (4% से 30% तक), और 12% की बढ़ोतरी अगर किसी राज्य में लागू होती है, तो वहां से उड़ानों के किराए पर सीधा असर देखने को मिल सकता है।
विदित है की साल 2022 में राज्य में हवाई संपर्क बढ़ाने के लिए झारखंड सरकार ने विमान ईंधन (एटीएफ) पर मूल्य वर्धित कर (VAT) 20 प्रतिशत घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया था