मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर भाजपा का पलटवार: कांग्रेस को याद दिलाया 1976 का आपातकाल और इंदिरा गांधी की भूमिका।
मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर भाजपा का पलटवार: कांग्रेस को याद दिलाया 1976 का आपातकाल और इंदिरा गांधी की भूमिका।

रांची: राजधानी रांची के पुराने विधानसभा मैदान में कांग्रेस द्वारा संविधान बचाव रैली निकाली गई थी। जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, के सी वेणुगोल समेत कांग्रेस पार्टी के विधालय, मंत्री और भारी संख्या में कार्यकर्ता जूते हुए थे।इस दौरान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के द्वारा पहलगाम की घटना पर कई आरोप केंद्र पर लगाया। इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता प्रतुल सहदेव कांग्रेस पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए 1976 के आपातकाल का ज़िक्र किया, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संविधान में संशोधन किया था।
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भाजपा प्रवक्ताओं ने कहा कि जो आज संविधान बचाने की बात कर रहे हैं, उन्होंने ही कभी संविधान का स्वरूप बदला था। उन्होंने आरोप लगाया कि इंदिरा गांधी द्वारा किए गए संशोधनों को बाद में सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
खड़गे के उस बयान पर भी भाजपा ने निशाना साधा जिसमें उन्होंने हाल की आतंकी घटनाओं पर सरकार की इंटेलिजेंस विफलता की बात कही थी। भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी की हत्या उनके ही सुरक्षा कर्मी ने की थी और 26/11 जैसे हमले भी कांग्रेस शासन में हुए, लेकिन तब हमने सरकार पर इस तरह के सवाल नहीं उठाए।
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भाजपा ने पहलगाम हमले का ज़िक्र करते हुए स्पष्ट किया कि आतंकियों को माफ नहीं किया जाएगा और प्रधानमंत्री ने खुद यह वादा किया है कि दोषियों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा।
साथ ही भाजपा ने कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाते हुए राहुल गांधी के कथित रिश्तेदार द्वारा दिया गया बयान भी उठाया, जिसमें कहा गया था कि देश में मुस्लिम कमजोर हैं। भाजपा ने कहा कि यह बयान देश की एकता के खिलाफ है।







