Bokaro News:-चास में ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट के लिए 1932 का खतियान जरूरी
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Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!Drishti Now Ranchi
बोकारो के चास अंचल में आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों (ईडब्ल्यूएस) का प्रमाण पत्र बनवाने के लिए 1932 का खतियान जरूरी है। बिना खतियान यह प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है। इससे सामान्य वर्ग के गरीबों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट बनाने के लिए आवेदक दो महीने से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। पहले यहां बिना खतियान दिखाए ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र बनाया जाता था। बाेकारो के अपर समाहर्ता शादात अनवर के अनुसार, अब इसे अनिवार्य कर दिया गया है। सरकार से मिले साॅफ्टवेयर में डाटा इंट्री के बाद प्रमाण पत्र दिया जाता है। इसमें यह व्यवस्था कि जबतक 1932 का खतियान नहीं बताएंगे, डाटा इंट्री नहीं हाेगी और प्रमाण पत्र जारी नहीं हाेगा। इस कारण सिर्फ यहां के खतियानधारियों का ही प्रमाण पत्र बन रहा है।
भारत सरकार ने शिक्षा व नौकरी में सामान्य वर्ग के गरीब परिवारों को 10 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है। इसके लिए ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र जरूरी है। बाेकाराे में हजाराें आवेदकों के पास 1932 का खतियान नहीं है। ऐसे आवेदकाें का ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है।







