चाईबासा: जीवन प्रमाण पत्र अपडेट के नाम पर रिटायर्ड बैंककर्मी से 16.92 लाख रुपये की साइबर ठगी, देवघर से आरोपी गिरफ्तार
चाईबासा: जीवन प्रमाण पत्र अपडेट के नाम पर रिटायर्ड बैंककर्मी से 16.92 लाख रुपये की साइबर ठगी, देवघर से आरोपी गिरफ्तार
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!चाईबासा, चाईबासा में साइबर ठगों ने एक सेवानिवृत्त बैंक कर्मचारी को जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan Patra) अपडेट कराने के नाम पर अपने जाल में फंसाया और उनके खाते से 16 लाख 92 हजार रुपये की ठगी कर ली। मामले की शिकायत मिलते ही चाईबासा पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए देवघर जिले से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।पुलिस के अनुसार, पीड़ित रिटायर्ड बैंककर्मी को ठगों ने फोन कर बताया कि उनका जीवन प्रमाण पत्र अपडेट नहीं होने के कारण पेंशन बंद हो जाएगी। खुद को पेंशन विभाग और बैंक का अधिकारी बताते हुए ठगों ने उनसे AnyDesk या TeamViewer जैसे रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड करवाया। ऐप इंस्टॉल होते ही ठगों ने पीड़ित के मोबाइल और बैंक खाते पर पूरा कंट्रोल ले लिया और कुछ ही मिनटों में अलग-अलग खातों में 16.92 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए।शिकायत दर्ज होते ही चाईबासा पुलिस की साइबर सेल और तकनीकी शाखा ने तुरंत जांच शुरू की। लेन-देन के तकनीकी इनपुट और संबंधित स्थानों के सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण के बाद पुलिस टीम ने देवघर जिले में छापेमारी की। वहां से मुख्य आरोपी मोहम्मद सकीर अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है और उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य ठगी के मामलों की जानकारी मिलने की संभावना है।
SDPO की चेतावनी और सलाह
चाईबासा सदर के SDPO बहामन टुटी ने बताया कि साइबर अपराधी खास तौर पर रिटायर्ड कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने आमजन से अपील की है कि:जीवन प्रमाण पत्र कभी फोन पर या किसी लिंक से अपडेट नहीं होता।
इसके लिए स्वयं नजदीकी बैंक, पोस्ट ऑफिस, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या आधिकारिक Jeevan Pramaan पोर्टल/ऐप का ही उपयोग करें।
कोई भी अनजान व्यक्ति OTP, बैंक डिटेल्स, कार्ड नंबर या AnyDesk/TeamViewer इंस्टॉल करने को कहे तो तुरंत कॉल काट दें और नजदीकी थाने में शिकायत करें।
पेंशन रुकने या बंद होने की धमकी सबसे आम बहाना है, यह 100% फ्रॉड होता है।





