चान्हो डबल म’र्डर केस का 24 घंटे मे हुआ खुलासा, चार अपराधी गिरफ्तार।
चान्हो डबल म’र्डर केस का 24 घंटे के भीतर खुलासा, चार अपराधी गिरफ्तार।

चान्हो : थाना क्षेत्र के आनंदशिला गांव स्थित आश्रम में हुए डबल मर्डर का खुलासा पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर कर लिया है। वारदात को अंजाम देने में शामिल चार संदेही गुनहगारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों के नाम जितेंद्र यादव उर्फ छोटू, अरविंद यादव, सूरज पाहन और अफरोज अंसारी बताये गये। इनके पास से पुलिस ने 12 हजार रुपये, एक चांदी की सिकड़ी, कांड में इस्तेमाल एक देशी पिस्तौल, एक जिंदा गोली और कुछ कागजात जब्त किये हैं। ये लोग आश्रम में लूटपाट के इरादे से घुसे थे। प्रतिरोध करने पर मुकेश साहा और राजेंद्र यादव की गोली मार कर हत्या कर दी गयी। इस बात का खुलासा खलारी DSP रामनारायण चौधरी ने किया है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!DSP चौधरी ने बताया कि बीती रात इंफॉर्मेशन मिली थी कि आनंदमार्ग आश्रम में कुछ हथियारबंद अपराधी घुस आये और हथियार के दम पर लूटपाट की। आश्रम के बाबा 50 साल के मुकेश साह और अरविंद यादव को गोली मारकर फरार हो गये। पुलिस स्पॉट पर पहुंची तो देखी कि मुकेश साह की मौत हो चुकी थी। वहीं, खून से लथपथ राजेंद्र को रिम्स में भर्ती कराया गया। जख्मी राजेंद्र ने हमलावरों को पहचान लिया था और पुलिस को उनके बारे में सबकुछ बता दिया। इसके बाद इलाज के दरम्यान उसने भी दम तोड़ दिया।
DIG सह SSP चंदन कुमार सिन्हा ने निर्देश पर टीम गठित की गयी। गठित टीम ने राजेंद्र यादव के दिये बयान और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ताबड़तोड़ कई जगहों पर रेड मारी एवं चारों संदेही गुनहगारों को धर दबोचा। पुलिस की गिरफ्त में आये चारों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उन्होंने पुलिस को दिये अपने बयान में बताया कि वे लोग आश्रम में घुस कर लूटपाट कर रहे थे। वहीं, मुकेश और राजिंद्र विरोध कर रहे थे। विरोध करने के चलते दोनों को गोली मार दिये और वहां से भाग निकले। DSP रामनारयण चौधरी ने बताया कि कांड में शामिल दो और अपराधियों की पहचान कर ली गयी है। जल्द ही वो दोनों भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
इन चार संदेही गुनहगारों को गिरफ्तार करने में खलारी DSP रामनारायण चौधरी, खलारी थानेदार जयदीप टोप्पो, बुढ़मू थानेदार रितेश कुमार महतो, एसआई सुरेंद्र कुमार, संजय कुल्लू और संजय कुमार सिंह की सराहनीय भूमिका रही।





