एक दिवसीय मौन व्रत, लखीमपुर खीरी में किसानों की नेशंस हत्या का किया गया पुरजोर विरोध : कांग्रेस
रांची 11 अक्टूबर 2021ः आज झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष श्री राजेश ठाकुर के नेतृत्व में राजभवन के समक्ष लखीमपुर खीरी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के पीड़ितों को न्याय मिले केंद्र सरकार तत्काल गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करे कि मांग को लेकर राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के तहत प्रातः 10 बजे से लेकर 1 बजे तक मौनव्रत का कार्यक्रम किया गया ।
मौनव्रत के उपरांत मीडिया को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री राजेश ठाकुर ने कहा कि जो लखीमपुर खीरी का प्रकरण पूरा देश, पूरा विश्व देख रहा है, वो आंखें खोल देता है। गोरखपुर से लखीमपुर तक, जो हमारे लोकतंत्र ने सफर तय किया, उससे यह स्पष्ट हो जाता है कि भारतीय जनता पार्टी का शासन, उसका इकबाल, जिसको कहा जाता है, वो सिर्फ और सिर्फ कमजोर व्यक्ति पर चलता है, शक्तिशाली व्यक्ति के सामने वो नतमस्तक हो जाते हैं, झुक जाता है, पूरे लोकतंत्र को झुका देता है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, जो बड़ेदृबड़े डायलॉग कहते हैं, को समझना चाहिए सरकारें डायलॉग से, नारे से नहीं चलती, सरकार चलाने के लिए एक राजधर्म का निर्वाह करना पड़ता है। प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी जी को अपना राजधर्म याद करना चाहिए, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अपना राजधर्म याद करना चाहिए और सरकारों का इकबाल कमजोरों को दबाकर नहीं स्थापित होता, सरकारों का इकबाल शक्तिशाली व्यक्ति को कानून के कटघरे में खड़े करके, मजलूमों को न्याय दिलाने से स्थापित होता है।
श्री राजेश ठाकुर ने कहा कि झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस का दल मेरे साथ राज्य सरकार के दो कैबिनेट मंत्रियों के साथ लखीमपुर गिरी पीड़ितों से मिलने जाने के लिए उत्तर प्रदेश शासन को विधिवत सूचना देकर सड़क मार्ग से रवाना हुआ हमें उत्तर प्रदेश की सीमा पर ही पुलिस बल के सहारे रोक दिया गया हमने 5 लोगों के जाने की बात कही पर इसकी भी इजाजत नहीं मिली । लेकिन प्रदेश कांग्रेस कमिटी तब तक आंदोलन करती रहेगी जब तक अन्नदाताओं को न्याय नहीं मिलता और जांच को प्रभावित कर सकने वाले गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र की बर्खास्तगी नहीं हो जाती ।
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कांग्रेस विधायकदल के नेता सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि देश के अन्नदाताओं के आंदोलन को कुचलने वाले लोग अब किसानों को हीं कुचलने में लगे हैं उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार हो या उत्तर प्रदेश सरकार इन्हें राजधर्म का पालन करना चाहिये राजधर्म ऐसा शब्द है, जिसे सुनकर उस वक्त के गुजरात के मुख्यमंत्री भी थोड़े कांप गए थे, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री, अटल बिहारी वाजपेयी जी ने उनको राजधर्म का स्मरण कराया था। आज फिर वह स्थिति आ गई है ।
वित्तमंत्री झारखण्ड सरकार डॉ रामेश्वर उराँव ने कहा जिसप्रकार से कांग्रेस पार्टी की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी के राहुल गांधी जी के द्वारा इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में पीड़ितों को न्याय दिलाने की पहल की गयी कांग्रेस पार्टी के मुखर विरोध के बाद सर्वाेच्च अदालत में सरकार की किरकिरी के बाद आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी हुई है उसे देश और दुनिया के लोगों ने देखा है माननीय सर्वाेच्च न्यायालय ने एक बहुत महत्वपूर्ण सवाल पूछा सरकारी वकील से कि क्या धारा 302 के सभी आरोपियों के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाता है यह सवाल अपने आप में ऐतिहासिक है। ऐसी स्थिति नहीं आनी चाहिए थी कि माननीय सर्वाेच्च न्यायालय को यह सवाल पूछना पड़ जाए
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि आज जिस मोड़ पर हमारा लोकतंत्र खड़ा हुआ है, यही दिख रहा है जब- जब कमजोर आदमी पीटा गया, तालियां बटोरी गई हैं हमें आत्मचिंतन करना जरूरी है सरकार से कोई उम्मीद नहीं है कि वो कोई आत्मचिंतन करे। ऐसी स्थिति कैसे पैदा हो जाती है कि गृह राज्य मंत्री आज भी गृह राज्य मंत्री के पद पर बरकरार है और इतने दबाव के बाद प्रियंका गांधी जी, पूरा विपक्ष, कांग्रेस पार्टी पूरे दबाव डालने के बाद आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया और भारी दबाव के बाद गिरफ्तारी हुई ।
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कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा आज हम ये सवाल पूछना चाहते हैं कि गृह राज्य मंत्री को उस पद पर बने रहने का अधिकार किसने दिया, क्यों दिया, कब तक दिया है। हम उस कांग्रेस पार्टी के लोग हैं, जहाँ हल्का सा आरोप लगा हमने अपने मंत्रियों के इस्तीफे लिए, गलत किया, लेकिन किया। वो आरोप बेबुनियाद थे, लेकिन फिर भी हमने इस्तीफे लिए। इसलिए हम उस नैतिक कर्तव्य को समझते हुए, हम उस नैतिक अधिकार को भी मानते हैं कि हम मांग करते हैं, गृह राज्य मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाए। एक पल भी उस व्यक्ति को अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। ये वो व्यक्ति है कि जब उस वक्त के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भी पत्र लिखा था, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को इनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए, तब भी कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती गीता कोड़ा ने कहा कि स्मरण रहे दो बार राजधर्म की सलाह पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी ने दी, दोनों बार ठुकराई गई। एक व्यक्ति जिसने ठुकराया, वो आज प्रधानमंत्री है, दूसरा व्यक्ति जिसने ठुकराया, आज वो गृह राज्य मंत्री है। शर्म आनी चाहिए हम सबको कि इस लोकतंत्र में ऐसे लोग स्थापित हो गए हैं। अगर प्रधानमंत्री जी जरा सा भी गंभीर हैं इस लोकतंत्र की रक्षा करने में और अपने आपको थोड़ा सा भी सक्षम मानते हैं, तो तुरंत गृह राज्य मंत्री का इस्तीफा होना चाहिए, उनको बर्खास्त करना चाहिए।
आज के राष्ट्रव्यापी मौनव्रत कार्यक्रम में प्रदेश अध्य्क्ष राजेश ठाकुर , कांग्रेस नेता विधायकदल सह ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम , वित्तमंत्री डॉ रामेश्वर उराँव , स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता , कृषि मंत्री बादल पत्रलेख , कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती गीता कोड़ा , शहज़ादा अनवर , विधायक गण राजेश कच्छप श्रीमती ममता देवी प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद राकेश सिन्हा , श्रीमती आभा सिन्हा , डॉ एम तौसीफ , डॉ राकेश किरण महतो , सतीश पॉल मुंजनि , ईश्वर आनंद , युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव राजेश सिन्हा सन्नी , अग्रणी मोर्चा संगठन प्रभारी रविन्द्र सिंह , कार्यालय प्रभारी अमूल्य नीरज खलखो पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष केशवमहतो कमलेश , मानस सिन्हा , संजय लाल पासवान , रमा खलखो , सुल्तान अहमद , सह प्रभारी सदस्यता अभियान मदन मोहन शर्मा महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुश्री गुंजन सिंह , अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन जनाब शकील अख्तर अंसारी , ओ बी सी विभाग के चेयरमैन अभिलाष साहू , प्रोफेशनल कांग्रेस के चेयरमैन आदित्य विक्रम जायसवाल खेल प्रकोष्ठ के को चेयरमैन अमरेंद्र सिंह , सहकारिता विभाग के चेयरमैन बबलू शुक्ला , एस सी विभाग के चेयरमैन केदार पासवान , सोशल मीडिया स्टेट कोऑर्डिनेटर गजेंद्र सिंह सेवादल मुख्य संगठक नेली नाथन जिलाध्यक्षगण संजय पाण्डेय सुरेश बैठा , मनोज सहाय पिंकू , मंजूर अंसारी , विजय खान , रोशन बरवा , रामकृष्ण चौधरी सूखैर भगत वरिष्ठ कांग्रेस नेतागण रविन्द्र झा नट्टू , अशोक सिंह, सलीम खान , जवाहर सिन्हा , निरंजन पासवान , सुनील सिंह , शशिभूषण राय , राजन वर्मा ,फिरोज रिजवी मुनना , राजकुमार यादव , जितेंद्र त्रिवेदी , राजेश चंद्र राजू , गुलाम रब्बानी, अख्तर अली , मो नईम , ऊमर खान , तौकिर,, नसीम, मदन महतो सुधीर चंद्रवंशी , प्रेम कुमार, दीपक ओझा ऐनुल हक , पिंकी सिंह, सीमा सिंह, नितिन सिरमौर, तनवीर आलम, वारिश कुरैशी, नूर मोहम्मद, कमल ठाकुर , राजीव पांडेय , नितिन सिरमौर , अजाय सिंह बजरंग महतो पंकज तिवारी , कुलदीप कुमार अमरजीत सिंह , वेदप्रकाश तिवारी , नरेंद्र सिंह रोशन शर्मा देवकुमार राज सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस जन राजभवन के समक्ष इस मौनव्रत कार्यक्रम में उपस्थित थे । प्रातः 10 बजे से आरंभ होकर यह कार्यक्रम दिन में 1 बजे तक चला