बेरमो विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार 14 को करेंगे नामांकन.
Team Drishti,
रांची : बेरमो विधानसभा उपचुनाव के लिए 14 अक्टूबर को कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में कुमार जय मंगल उर्फ अनूप सिंह नामांकन दाखिल करेंगे. इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल नेता आलमगीर आलम, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सहित वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नामांकन दाखिल करते वक्त मौजूद रहेंगे. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने बताया कि वर्ष 2019 में अलग-अलग चुनाव लड़ने वाले दो प्रमुख विपक्षी दल भाजपा-आजसू पार्टी अपने हिण्डेन एजेंडा को छोड़ कर एक मंच पर जरूर आ गये है, लेकिन उनका गठबंधन खीरा की तरह है जो बाहर से ठीक दिखाई देता है लेकिन अंदर से चार फांक रहता है. उन्होंने कहा कि हमारे गठबंधन ने आज फिर अपनी चट्टानी एकता दुमका नामांकन में दिखाया, जहाँ तक बेरमो और दुमका उपचुनाव की बात है तो जनता के आशीर्वाद से हम जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हैं, परिणाम की सिर्फ औपचारिकताऐं बची हुई हैं. वहीं दूसरी तरफ भाजपा तीन पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान में एक केन्द्र में मंत्री, एक प्रतिपक्ष के नेता, एक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, एक राज्यसभा के सदस्य और ये चारों मिलकर भी दोनों चुनाव हार जाऐंगे तो फिर क्या मुंह दिखाऐंगे. भाजपा के लिए राजकीय अतिथि उनके राष्ट्रीय नेता होते हैं, लेकिन हमारे गठबंधन में राजकीय अतिथ प्रवासी मजदूर हैं जिसे हमने साइकिल से, बस से, ट्रेन से ,जहाज से लाया गया. मनरेगा के तहत रोजगार दिया और प्रतिभाओं के अनुसार उनका उपयोग कर रहे हैं.
सिद्धो कान्हू के वंशज को सरकार ने दिल्ली में अपने खर्च पर इलाज करा रही है. महामारी के इस दौर में एक भी झारखंड का कोई व्यक्ति भूलवश भी यह नहीं कह सकता कि हमारे इस कोविड के नौ महीने में भूखमरी से किसी की मौत हुई हो. वहीं दूसरी तरफ किसानों के ऊपर कड़ा प्रहार, पूरे देश में भाजपा के प्रदेशों में महिलाओं की अस्मिता हो रही तार तार और उनको लीपापोती करने के प्रयास उनकी उपलब्धियां रही हैं. बेरमो और दुमका के चुनाव में इन सब का जवाब जनता माकूल तरीके से देगी. उन्होंने कहा कि अपनी बेबसी को लेकर धरने पर बैठे विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को इस हाल पर पहुंचाने की जिम्मेदारी भाजपा सरकार की है. जिसने कहीं नियुक्ति पत्र नहीं दिया तो कहीं स्थाई नहीं किया तो किसी को सड़क पर छोड़ दिया और अब वहां जाकर लोगों को उकसाने का काम कर रही है भाजपा. अगर पहले ही सब कुछ कर दिया होता तो आज उन्हें सड़कों पर बैठने की आवश्यकता नहीं पड़ती, फिर भी गठबंधन की सरकार सबकी समस्याओं का समाधान कर रही है.