ED ने खदान संचालक टिंकल भगत और भगवान भगत को गिरफ्तार किया
ED
अवैध खनन के मामले में ED ने झारखण्ड में आज दो और लोगो को गिरफ्तार किया है। जिसमे पत्थर खदान संचालक टिंकल भगत और भगवान भगत शामिल है। बताया जाता है की टिंकल भगत सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का सहयोगी है. जाहिर है की अवैध खनन मामले में बीते 29 जुलाई 2022 को टिंकल भगत समेत छह लोगों के खदान की भी जांच भी की गई थी. जिसके बाद ED ने बीते तीन अगस्त 2022 को टिंकल भगत से पूछताछ की थी उसके बाद साहा को गिरफ्तर किया गया और फिर आज उनकी भी गिरफ्तरी हुई।
ED ने बड़हरवा टेंडर विवाद में 22 जून 2020 को दर्ज बड़हरवा थाना कांड संख्या 85/2020 के आधार पर आठ मार्च 2022 को ईसीआइआर 03/2022 दर्ज किया था. यह केस पंकज मिश्रा व अन्य के विरुद्ध दर्ज है, जिसे शंभू नंदन कुमार ने दर्ज कराया था. बड़हरवा टोल के टेंडर में विवाद, मारपीट व धमकी मामले में यह केस कराया गया था.ED ने छानबीन में पाया कि पंकज मिश्रा व अन्य चाहते थे कि सभी टोल पर उनका नियंत्रण हो,
ताकि वे आसानी से अपने अवैध पत्थर खनन के धंधे की निगरानी कर सकें. इस इलाके से बिहार व बंगाल के अधिसंख्य ठिकानों पर पत्थर की सप्लाई होती थी. पंकज मिश्रा सीधी तौर पर अवैध खनन को संचालित कर रहा था. वैसे अवैध खनन के पत्थर की ढुलाई में उसे कृष्णा कुमार साहा, भगवान भगत, टिंकल भगत, विष्णु कुमार यादव व अन्य सहयोग करते थे.
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अवैध खनन मामले की जांच के दौरान ईडी ने बीते 8 जुलाई 2022 को पंकज मिश्रा के सहयोगी भगवान भगत और टिंकल भगत समेत 15 लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. टिंकल भगत का मिर्जाचौकी में पत्थर का खदान है, वहीं भगवान भगत का बरहड़वा में पत्थर का खदान है. ईडी ने छापेमारी के दौरान भगवान भगत और टिंकल भगत के घर से कई कागजात जब्त किए थे.