रांची में हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, मल्लिकार्जुन खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल की औपचारिक मुलाकात
रांची में हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, मल्लिकार्जुन खड़गे और के.सी. वेणुगोपाल की औपचारिक मुलाकात
रांची, 6 मई : झारखंड की राजधानी रांची के होटल बी.एन.आर. में आज एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुलाकात हुई, जिसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी व विधायक कल्पना सोरेन, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष व राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, और कांग्रेस के संगठन महासचिव व लोकसभा सांसद के.सी. वेणुगोपाल शामिल हुए। इस मुलाकात में देश और झारखंड के वर्तमान राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक परिदृश्य पर गहन चर्चा हुई। यह मुलाकात इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A.) के तहत सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
मुलाकात का उद्देश्य
जाहिर है यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब झारखंड में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन ने शानदार जीत हासिल की। हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर 2024 को चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस जीत में JMM, कांग्रेस, और अन्य गठबंधन सहयोगियों की एकजुटता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आज की बैठक का उद्देश्य गठबंधन की एकता को और सुदृढ़ करना, आगामी नीतियों पर विचार-विमर्श करना, और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एक साझा रणनीति तैयार करना था।
चर्चा
झारखंड में विकास योजनाओं का खाका: सूत्रों के अनुसार हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार की प्राथमिकताओं, जैसे आदिवासी कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार सृजन पर चर्चा की। विशेष रूप से “अबुआ सरकार” की योजनाओं को लागू करने पर जोर दिया गया, जिसका जिक्र उन्होंने अपने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान भी किया था।
केंद्र-राज्य संबंध: केंद्र सरकार द्वारा कथित रूप से जांच एजेंसियों (ED, CBI) के दुरुपयोग और झारखंड जैसे विपक्ष शासित राज्यों पर दबाव की रणनीति पर विचार-विमर्श हुआ। हेमंत सोरेन ने स्वयं 2024 में ED द्वारा गिरफ्तारी का सामना किया था, जिसे उन्होंने राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया था।
इंडिया गठबंधन की रणनीति: 2024 के लोकसभा चुनावों और हालिया विधानसभा चुनावों के बाद गठबंधन की भविष्य की रणनीति पर चर्चा हुई। खड़गे और वेणुगोपाल ने झारखंड में गठबंधन की सफलता को सामाजिक न्याय की जीत के रूप में रेखांकित किया।
कल्पना सोरेन की भूमिका: JMM विधायक कल्पना सोरेन, जो गांडेय सीट से विधायक हैं, ने हाल के चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी सभाओं में भारी भीड़ देखी गई, और उनकी राजनीतिक सक्रियता ने JMM को जनजातीय और अन्य मतदाताओं के बीच मजबूती प्रदान की। इस मुलाकात में उनकी भविष्य की भूमिका पर भी चर्चा होने की संभावना है।
मुलाकात का महत्व
यह मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण है:
गठबंधन की एकजुटता: झारखंड में JMM और कांग्रेस के बीच मजबूत समन्वय ने BJP के खिलाफ एक प्रभावी गठबंधन मॉडल प्रस्तुत किया है। खड़गे और वेणुगोपाल की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि कांग्रेस आलाकमान झारखंड में गठबंधन को और मजबूत करना चाहता है।
राष्ट्रीय राजनीति में झारखंड की भूमिका: हेमंत सोरेन ने हाल के वर्षों में राष्ट्रीय स्तर पर आदिवासी मुद्दों और क्षेत्रीय दलों की आवाज को मजबूती से उठाया है। यह मुलाकात इंडिया गठबंधन के राष्ट्रीय मंच पर झारखंड की भूमिका को और बढ़ाने की दिशा में एक कदम है।
महिला नेतृत्व को बढ़ावा: कल्पना सोरेन की सक्रिय भागीदारी ने झारखंड की राजनीति में एक नए महिला नेतृत्व को उभारा है। उनकी उपस्थिति इस मुलाकात में इस बात का संकेत है कि JMM और गठबंधन उन्हें एक महत्वपूर्ण चेहरा मानते हैं।
हेमंत सोरेन का नेतृत्व: हेमंत सोरेन ने 2024 के विधानसभा चुनावों में JMM को 34 सीटों तक पहुंचाया, जो पार्टी का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने करीब 100 सभाओं को संबोधित कर गठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाई।
कांग्रेस का योगदान: कांग्रेस ने झारखंड में 16 सीटें जीतीं, और गठबंधन को कुल 56 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ। खड़गे और वेणुगोपाल ने चुनाव प्रचार के दौरान झारखंड में कई रैलियों को संबोधित किया था।
केंद्र के खिलाफ रुख: हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार पर आदिवासी हितों की अनदेखी और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। सूत्रों के मुताबिक इस मुलाकात में इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने की रणनीति पर भी विचार हुआ।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुलाकात न केवल झारखंड बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी इंडिया गठबंधन की स्थिति को मजबूत करेगी। विशेष रूप से, 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद विपक्षी गठबंधन को और प्रभावी बनाने के लिए ऐसी मुलाकातें महत्वपूर्ण हैं।