बीरभूम में अवैध खनन (illegal meaning )और ढुलाई से सड़के हुई खस्ताहाल प्रदुषण का स्तर बढ़ा ! माइनिंग माफिया में तापस का कद बढ़ा !
illegal meaning & transporting Expose
पश्चिम बंगाल का वीरभूम जिले क्षेत्र में वायु प्रदूषण खतरनाक सीमा की ओर बढ़ रहा है. मगर सरकार का ध्यान नहीं है सबसे हैरत की बात यह है की यह सब हो रहा है इलीगल माइनिंग यानि अवैध खनन के कारण। गांव वालो का मानना है की बढ़ते वायु प्रदूषण से लोगो को खतरनाक बीमारियां हो रही है.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम के नलहाटी के नसीबपुर , बहादुरपुर और सालभादरा, पांचमी और राजग्राम के कई इलाको में सड़कों की स्थिति अवैध माइनिंग के कारण चलने वाली ट्रकों के कारण सड़कों की स्थिति बदहाल हो गई है सड़कों में गड्ढे ना हो करके गड्ढों में सड़क हो गई है हालात यह है कि यहां के ग्रामीणों को सड़कों में चलना काफी कठिन हो गया है कई बार तो हालात यह हो जाते हैं कि ट्रकों के कारण कई दुर्घटनाएं हो जाती है यहाँ तक की ट्रकों की धूल से होने वाले पॉल्यूशन से ग्रामीण बीमार हो रहे है।
जाहिर है अगर यह सब खनन के कारण होता और सरकार को राजस्व जाता तो कोई बात नहीं ग्रामीण अपनी जिंदगी को खतरे में डाल कर भी अगर सरकार को तरक्की होती विकास होता तो कोई बात नहीं होती लोग अपनी जिंदगी राज्य के विकास पर कुर्बान कर देते। लेकिन ऐसा नहीं है यह सब हो रहा है अवैध खनन के कारण और यहां का पैसा चंद लोगों की जेबों में जा रहा है चंद खनन माफिया मालामाल हो रहे हैं और ग्रामीणों की हालत खस्ताहाल हो रही है ऐसे में जब खबरें मीडिया में आते हैं तो सरकार की आंख खुलती है और नोटिस जारी कर फिर सरकार गहरी निंद्रा में सो जाती है।
सड़को की खस्ताहाल हालत
ग्रामीण और यहां के शहरी निवासी भी इस अवैध माइनिंग से त्रस्त हो गए हैं लेकिन यहाँ माइनिंग माफिया का हुकूमत ऐसा चलता है कि कोई भी इनके सामने अपनी जुबान नहीं खोल सकता है। कहते हैं जो भी जुबान खोला उसकी जुबान या तो पैसों के बल पर बंद कर दी जाती है या उसकी जुबान किसी न किसी तरीके से उसके हलक में डाल दिया जाता है
वायु को प्रदूषित करता धूल
यही वजह है कि यह पूरा इलाका अवैध खनन में पश्चिम बंगाल में नंबर वन हो गया है लोगो का कहना है की इस इलाके में अवैध खनन एक सिंडिकेट के जरिए कर रहा है और सिंडिकेट का मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि तापस कुमार यादव उर्फ आनंद यादव है सूत्र बताते है की पुलिस की ताकत नहीं है कि वह तापस कुमार यादव पर हाथ डाल सके यहां तक की पश्चिम बंगाल के माइंस के अधिकारी भी तापस के ऊपर सीधे सीधे हाथ डालने से डरते हैं। कहा तो यह भी जाता है कि तापस का पॉलिटिक्स में कोई आका है जो तापस की मदद करता है और इस बीरभूम जिले में अवैध माइनिंग सिंडिकेट के जरिए धड़ल्ले से चल रहा है