Ramgarh Chunav:-आज थम जायेगा चुनाव का प्रचार,27 को होगा मतदान 2 मार्च को रिजल्ट की घोषणा ,
Ramgarh Chunav
Prerna Chourasia
Drishti Now Ranchi
रामगढ़ विधानसभा उप चुनाव का शोर आज थम जायेगा। महागठबंधन के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उप चुनाव में जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। दूसरी तरफ भाजपा के साथ गठबंधन में आजसू ने इस सीट पर सुनीता चौधरी को मैदान में उतारा है। इस सीट पर लंबे समय से आजसू का कब्जा रहा है। चंद्र प्रकाश चौधरी के सांसद बन जाने के बाद कांग्रेस की ममता देवी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी।
पार्टियों ने झोंक दी अपनी पूरी ताकत, दो मार्च को आयेगा नतीजा
सोमवार 27 फरवरी को मतदान होना है। दो मार्च को वोटों की गिनती होगी। दोनों पार्टियों ने उपचुनाव में जीत के लिए जमकर प्रचार किया है। रामगढ़ विधानसभा में जीत के लिए झामुमो, कांग्रेस, राजद, झापा, भाजपा और आजसू सहित कई दलों के नेताओं ने खूब प्रचार किया है। इस चुनाव में कांग्रेस और आजसू के बीच सीधी लड़ाई है लेकिन कई निर्दलीय भी इस सीट पर चुनौती दे रहे हैं लेकिन रामगढ़ के लोगों का मानना है कि टक्कर आजसू और कांग्रेस के बीच ही होगी।
उपचुनाव के अब तक के नतीजों से गदगद महागठबंधन
उपचुनाव में महागठबंधन का रिपोर्ट बेहतर रहा है। 2020 के बाद अब तक हुए उप चुनावों में सत्तारूढ़ महागठबंधन को जीत मिली है। रामगढ़ विधायक रहीं ममता देवी के जेल जाने के बाद उनके पति बजरंग महतो चुनावी मैदान में है वहीं पिछली बार ममता देवी को कड़ी टक्कर देने वाली सुनीता चौधरी मैदान में हैं। चंद्र प्रकाश चौधरी ने लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद यह सीट छोड़ दी। 2019 का लोकसभा चुनाव गिरिडीह से उन्होंने लड़ा था और वह सांसद बन गये।
आंकड़ों में समझें स्थिति
पिछले चुनाव पर नजर डालें तो कांग्रेस प्रत्याशी ममता देवी ने 44.70 प्रतिशत वोट लाकर जीत हासिल कर ली थी। आजसू को 31.86 और भाजपा को 14.26 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे। आजसू और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होता रहा है। आंकड़े गवाह हैं पिछले तीन बार हुए चुनाव में दोनों दलों के बीच ही 60-70 प्रतिशत वोट बंटते रहे हैं।
कौन कितने पानी में
इस उपचुनाव को एक तरह के लिटमस टेस्ट की तरह देखा जा रहा है। बड़ी तैयारी से पहले यह एक टेस्ट पेपर की तरह है जो यह साबित करेगा की झारखंड में कौन कितना मजबूत है। मुख्यमंत्री हेंमत सोरेन ने प्रचार में भाजपा की नीतियों की आलोचना की तो आजसू और भाजपा के नेताओं ने जनसभा में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके रोजगार के वादे पर सवाल किया। सत्ताधारी दलों की ओर से मुख्यमंत्री के साथ- साथ कांधे से कांधा मिलाकर गठबंधन के कई नेताओं ने प्रचार किया तो भाजपा आजसू गठबंधन की तरफ से नेता बाबूलाल मरांडी, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो, आजसू पार्टी के सांसद सीपी चौधरी सहित कई लोग शामिल थे।
18 उम्मीदवार उपचुनाव के मैदान में हैं
बजरंग महतो (कांग्रेस), सुनीता चौधरी (आजसू पार्टी), युगन कुमार (नवोदय जनतांत्रिक पार्टी), संतोष कुमार महतो (झारखंड पार्टी), अजीत कुमार (निर्दलीय), इमाम सफी (निर्दलीय), कामदेव महतो (निर्दलीय), तुलेश्वर कुमार पासवान (निर्दलीय), धनंजय कुमार पुटूस (निर्दलीय), पांडव कुमार महतो (निर्दलीय), प्रदीप कुमार (निर्दलीय), फारुख अंसारी (निर्दलीय), मनोज कुमार बेदिया (निर्दलीय), महिपाल महतो (निर्दलीय), रामावतार महतो (निर्दलीय), रंजीत महतो (निर्दलीय), सहदेव कुमार (निर्दलीय) एवं सुलेन्द्र महतो (निर्दलीय) प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं।