टाटा स्टील ने अपने वर्कर्स को 270.28 करोड़ रुपए बोनस देने की घोषणा किया
टाटा स्टील ने अपने कर्मचारियों को 270.28 करोड़ रुपए बोनस देने की घोषणा की है. बुधवार को टाटा स्टील ने टाटा वर्कर्स यूनियन (टीडब्ल्यूयू) के टॉप थ्री के साथ बोनस समझौता पर हस्ताक्षर किया. बोनस पर हस्ताक्षर करने के बाद टाटा वर्कर्स यूनियन के कॉन्फ्रेंस हॉल में यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी उर्फ टुन्नू चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पिछले सभी बोनस की तुलना में इस वर्ष कर्मचारियों के लिए ऐतिहासिक बोनस समझौता हुआ है. टाटा स्टील और ट्यूब डिवीजन के कर्मचारियों को कुल 270.28 करोड़ रुपए बोनस मिलेगा. कर्मचारियों के 16.56 प्रतिशत बोनस मिलेगा. पिछले वर्ष 12.09 प्रतिशत बोनस हुआ था.पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 35 करोड़ रुपए अधिक है. पिछले वर्ष 235.54 करोड़ रुपए बोनस था. इस बार ओल्ड सिरीज के कर्मचारियों को औसत बोनस एक लाख 26 हजार 66 रुपए मिलेगा. पिछले वर्ष एक लाख 10 हजार 914 रुपए मिला था. इस वर्ष अधिकतम बोनस तीन लाख 59 हजार 29 रुपए मिलेगा. पिछले वर्ष तीन लाख एक हजार 402 रुपए मिला था. एन सीरिज के कर्मचारियों को न्यूनतम 34 हजार 290 रुपए मिलेगा. पिछले वर्ष यह राशि 26 हजार 839 रुपए थी. इस वर्ष अधिकतम 92 हजार 910 रुपए मिलेगा. पिछले वर्ष यह राशि 84 हजार 496 रुपए थी.
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टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष टुन्नू चौधरी ने कहा कि इस वर्ष शहर में बोनस करने वाली पहली कंपनी और यूनियन है. उन्होंने कहा कि बोनस पहले होने का कारण यह है कि पिछले फार्मूले पर ही समझौता किया गया है. पिछले कार्यकाल के यूनियन पदाधिकारियों ने जो समझौता किया था उसे ही आगे बढ़ाया गया है. यूनियन के महामंत्री सतीश कुमार सिंह ने कहा कि वर्ष 2012 के बाद से प्रतिशत में बोनस नहीं हो रहा है. अब बोनस फार्मूला पर आधारित होता है. पहली तिमाही में प्रोडक्शन भी कम हुआ था. क्रूड स्टील और सेलेबल स्टील में कमी आई. इस कारण बोनस राशि में कमी आई है. अन्यथा राशि और बड़ी होती.