हूल दिवस पर भोगनाडीह की घटना झारखंड के शहीदों का अपमान: अनिल कंडुलना
शंभू कुमार सिंह
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सिमडेगा: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के जिला कार्यालय, परिषदन सिमडेगा में 3 जुलाई 2025 को जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना के नेतृत्व में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने 30 जून 2025 को हूल दिवस के अवसर पर साहिबगंज के भोगनाडीह में हुई घटना को झारखंड के शहीदों का अपमान और संथाल परगना को अस्थिर करने की साजिश करार दिया।
अनिल कंडुलना ने कहा कि हूल दिवस जैसे पवित्र अवसर पर, जब पूरा झारखंड अपने वीर शहीद सिदो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानो को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था, तब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सुनियोजित षड्यंत्र के तहत संथाल परगना में अशांति फैलाने की कोशिश की। उन्होंने इस घटना को न केवल झारखंड के शहीदों का अपमान बताया, बल्कि इसे आदिवासी-मूलवासी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और राज्य की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का प्रयास भी करार दिया। कंडुलना ने विश्वास जताया कि पुलिस ने इस मामले में कुछ तथ्यों का खुलासा किया है और जल्द ही पूरी साजिश का पर्दाफाश होगा। उन्होंने कहा, “हमें कानून व्यवस्था पर पूर्ण भरोसा है, और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।”
प्रेस वार्ता में जिला सचिव मो. सफीक खान ने भी भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह घटना भाजपा के चाल-चरित्र को दर्शाती है, जो सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। उन्होंने सवाल उठाया कि कोई राजनीतिक दल का नेता या कार्यकर्ता अवैध हथियारों के साथ राजकीय कार्यक्रम में क्यों जाएगा? उन्होंने कहा, “ऐसा व्यक्ति निश्चित रूप से अपराधी ही होगा।”
प्रेस वार्ता में जिला उपाध्यक्ष रितेश बड़ाईक, जिला कोषाध्यक्ष राजेश टोप्पो और नगर अध्यक्ष अनस आलम सहित अन्य नेता उपस्थित थे। इस घटना ने झारखंड में राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है, और सभी की निगाहें अब पुलिस जांच के नतीजों पर टिकी हैं।


