JPSC और जेएसएससी प्रश्न पत्र लीक का भंडाफोड़ करे राज्य सरकार : बंधु तिर्की
झारखंड में कल JPSC का एग्जाम हुआ और आज राजनीति माने लगी है दरअसल कल कई ऐसी खबरें आई जिसमें JPSC का एग्जाम का पेपर लीक और कॉलेज के बाहर धड़ल्ले से चोरी करते हुए छात्रों के वीडियो वायरल हुई । इसके बाद से झारखंड में बीजेपी तो उग्र है ही सरकार को सहयोग कर रही कांग्रेस पार्टी भी इस मामले में जांच की मांग कर रही है। झारखंड के कांग्रेस के नेता इन दोनों JPSC को लेकर मुखर हो चले हैं । पहले तो झारखंड की कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से जांच करने की मांग की, वहीं दूसरी ओर आदिवासी नेता और कांग्रेस के मुखर नेता कहे जाने बंधु तिर्की ने भी आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की । उन्होंने कहा कि आपराधिक साजिश और लाखों छात्रों के भविष्य की हत्या का प्रयास है यह JPSC का भ्र्ष्टाचार, उन्होंने अपराधी तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की । बंधु तिर्की ने कहा है कि झारखण्ड में अनेक परीक्षा केन्द्रो में तथाकथित रूप से झारखण्ड लोक सेवा आयोग की प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक की घटना या फिर ऐसी खबरें पूरी तरीके से एक सुनियोजित आपराधिक साजिश है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कुछ सप्ताह पूर्व भी जेएसएससी का प्रश्नपत्र लीक हुआ था और उस मामले पर भी सरकार तेजी से कार्रवाई करते हुए अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित करे। बंधु तिर्की ने कहा कि ऐसी घटनाओं से एक ओर, झारखण्ड के लाखों छात्र-छात्राओं, युवाओं का भविष्य
बर्बाद करने की साजिश होती है वहीं दूसरी ओर झारखण्ड की छवि भी धूमिल हो रही है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सरकार से मांग की है कि यदि यह मामला सच है तो इसकी गहन जाँच कर दोषी अपराधी तत्वों के विरुद्ध वह सख्त कार्रवाई की जानी चाहिये चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो साथ ही ऐसी साजिश रचनेवालों के चेहरे से नकाब हटाने की भी जरूरत है। तिर्की ने कहा कि हर हाल में ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को परीक्षा की सम्पूर्ण प्रक्रिया से अलग रखा
जाना चाहिये क्योंकि वैसे संगठनों को जिम्मेदारी देना अपने-आप में दुर्भाग्यपूर्ण होगा और इस मामले में सरकार को किसी भी हाल में किसी के प्रति भी कोई रियायत नहीं बरतनी चाहिये ।
तिर्की ने कहा कि झारखण्ड में मौलिक रूप से कभी भी यह संस्कृति नहीं रही कि प्रश्न पत्र लीक
जैसी घटनायें हो, इसके अतिरिक्त ऐसी किसी भी घटना में यहाँ के आदिवासियों-मूलवासियों का हाथ नहीं होता। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की पृष्ठभूमि में जो भी मामला जाँच के उपरांत पकड़ में आता है उसकी जड़ में कहीं ना कहीं, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान जैसे दूसरे प्रदेशों के दागी, अपराधी, अवांछित तत्वों का ही हाथ होता है।
उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा का क्वेश्चन लीक, बिहार-यूपी आदि की संपूर्ण बहाली प्रक्रिया का एक हिस्सा बन गया है जिसमें उन्हीं राज्यों के तत्व शामिल होते हैं और अब वैसे ही लोग झारखण्ड में भी अपनी जड़ जमा चुके हैं और यहाँ अपनी कारस्तानियों को अंजाम दे रहे हैं।
तिर्की ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता केवल अपने स्वार्थ में अंधे होकर झारखण्ड झूठा नैरेटिव गढ़ने का काम कर रहे हैं और वे वैसे नकारात्मक तत्वों के साथ या तो मिले हुए हैं या फिर उनकी भी मिलीभगत है। सरकार को इस मामले में भी जाँच करनी चाहिये।