217 करोड़ की योजना फेल, 9वर्ष बीत जाने के बाद भी लोगों को नहीं मिला शुद्ध पानी…
217 करोड़ की योजना फेल, 9वर्ष बीत जाने के बाद भी लोगों को नहीं मिला शुद्ध पानी…
पाकुड़: सरकार एक ओर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कई योजना के क्रियान्वयन का दावा करती है, वहीं दूसरी ओर कई गांव के ग्रामीण आज भी लंबी दूरी तय कर नदी का गंदा पानी पीने को विवश हैं. पाकुड़ के लिट्टीपाड़ा प्रखंड क्षेत्र में बहु जलापूर्ति योजना 9 वर्ष बीत जाने के बावजूद चालू नहीं हो पाई है.
217 करोड़ की इस योजना को तत्कालीन रघुवर सरकार ने स्वीकृति दी गई थी.लिट्टपाड़ा प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के कुंजबोना, कर्माटार, जोड़डीहा पंचायतों के दर्जनों गांव के लोग आज भी झरने, नाला और नदी का पानी पीते है.
दूषित पानी पीकर यहां के लोग बीमार पड़ रह हैं. लोगों को 217 करोड़ की इस योजना के चालू होने से उम्मीद थी. उम्मीद थी कि अब उन्हें शुद्ध पानी मिलेगा. लेकिन 9 वर्ष बीत जाने के बावजूद योजना अधूरी पड़ी हुई है.217 करोड़ की जलापूर्ति योजना से प्रखंड के 304 गांव के 105701 लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा लेकिन लोगों को लिए यह एक सपना ही बन कर रह गया है.