SHARAB SCAM: झारखण्ड में शराब के धंधे से करोड़ की काली कमाई करने वाला योगेंद्र तिवारी अरेस्ट बड़े बड़े राजनितिक हस्तियों से बताया जाता है
SHARAB SCAM:झारखंड शराब घोटाला मामले में ईडी ने शराब माफिया योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। शराब घोटाले में यह पहली गिरफ्तारी है। इस मामले में आज योगेंद्र तिवारी की पेशी ईडी के स्पेशल कोर्ट में की गयी । जाहिर है शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 23 अगस्त को राज्य भर में 36 ठिकानों पर छापेमारी की थी। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से शराब बिक्री से अवैध संपत्ति अर्जित करने के मामले को लेकर योगेंद्र तिवारी से पूछताछ की थी। बताया जाता है की इसी पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।
बताया जा रहा है की मनी लाउंड्रिंग केस में ईडी ने योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार करने के बाद अब झारखण्ड में हुए शराब घोटाले की कलई खुलनी शुरू हो जाएगी। शराब घोटाला मामले में ईडी ने योगेंद्र तिवारी की गिरफ़्तारी की जो कार्रवाई की है उससे झारखण्ड में कई लोगो की नींदे उड़ गयी होंगी। आपको बता दें कि ये शराब घोटाला करीब 40 करोड़ का है.
शराब के व्यापार में प्रेम प्रकाश की भूमिका के जुड़े सवालों को भी योगेंद्र तिवारी ने पिछले दिनों ईडी की पूछताछ में टालने की कोशिश की थी. पिछले दिनों पूछताछ के दौरान योगेंद्र तिवारी ईडी ऑफिस दस्तावेज लेकर आये थे, लेकिन उनमें से अधिकतर दस्तावेज ईडी की मांग के अनुरूप नहीं थे.
झारखंड शराब घोटाले के आरोपी योगेंद्र तिवारी पिछले दिनों पूछताछ के दौरान ईडी के सवालों से बचने की कोशिश करते रहे. शराब के व्यापार से जुड़े मामलों में उन्होंने सही-सही जानकारी नहीं दी थी. हालांकि, उन्होंने यह स्वीकार किया था कि वर्ष इक्कीस -बाइस में उन्हें शराब के थोक व्यापार का ठेका मिला था. 19 जिलों के थोक व्यापारियों के लिए एक जिले के एक ही बैंक से डिमांड ड्राफ्ट बनाये जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने सिर्फ अपनी कंपनी के नाम से बने ड्राफ्ट की जानकारी दी थी. बाकी थोक व्यापारियों से अपना किसी तरह का व्यापारिक संबंध होने से इनकार कर दिया था.