डॉ.विजय कृष्ण मामले में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा प्रतिनिधि मंडल ने की राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा, अध्यक्ष डॉ.प्रणव कुमार बब्बू ने उच्चस्तरीय जांच की मांग की
विशेष संवादाता
रांची. गोड्डा के सरकारी चिकित्सक डॉ.विजय कृष्ण श्रीवास्तव के संदेहास्पद एवं दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के मामले में आज मंगलवार को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, झारखण्ड प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ.प्रणव कुमार बब्बू के नेतृत्व में झारखण्ड की माननीय राज्यपाल महोदया से मुलाक़ात की.
इस मुलाक़ात में माननीय राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को जानकारी दी गयी कि गोड्डा के सरकारी चिकित्सक डॉ.विजय कृष्ण श्रीवास्तव को पिछले छह महीने से वेतन का भुगतान भी नहीं किया जा रहा था और इस संदर्भ में उनके द्वारा सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिला प्रशासन से भी अनुरोध करने का कोई फायदा नहीं हुआ.
माननीय राज्यपाल को जानकारी दी गयी कि डॉ.श्रीवास्तव की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गयी थी और इसी दौरान 7 अक्टूबर को उनका शव काफी दुर्भाग्यपूर्ण अवस्था में उनके घर से मिला.
डॉ.श्रीवास्तव की संदेहास्पद मृत्यु एवं उनके प्रति उपेक्षित-असंवेदनशील व्यवहार के संदर्भ में माननीय राज्यपाल महोदया को प्रतिनिधिमंडल ने एक माँग पत्र सौंपा और इस सम्पूर्ण घटना की सीबीआई का किसी अन्य एजेंसी से उच्चस्तरीय निष्पक्ष जाँच तथा दोषी लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज़ कर कार्रवाई की माँग की गयी.
इसके अलावा उन्हें जानकारी दी गयी कि डॉ.श्रीवास्तव के परिवार को पाँच करोड़ रूपये मुआवजा का भुगतान किया जाये और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाये. माननीय राज्यपाल महोदया से यह अनुरोध किया गया कि कोरोना योद्धा डॉ.श्रीवास्तव की मृत्यु से न केवल चिकित्सकों बल्कि झारखण्ड के आम जनमानस का हौसला टूटा है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद भी राज्य सरकार असंवेदनशील बनी है.
डॉ.बब्बू माननीय राज्यपाल महोदया को सम्पूर्ण घटना की क्रमवार जानकारी दी. उन्होंने बताया कि माननीय राज्यपाल महोदया ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को ध्यान से सुना और आश्वासन दिया कि इस मामले पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी.
प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.प्रणव कुमार बब्बू, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, एबीकेएम झारखण्ड की महिला विंग की उपाध्यक्ष कुमकुम गौड़ एवं संगठन मंत्री स्वेता स्मिता बरियार शामिल थीं.