डुमरी के एक मजदूर का मुंबई में हुआ दर्दनाक मौत, शव पहुंचने पर पत्नी का हुआ रो रो कर बुरा हाल.
गिरिडीह, दिनेश.
गिरीडीह : रोजगार की तलाश में महाराष्ट्र गए डुमरी के एक मजदूर की मौत बीते 22 दिसम्बर की रात लगभग 9 बजे एक सड़क हादसे को पनवेल में हो गई। मृतक के शव गुरुवार दोपहर जब घुटवाली उसके पैतृक आवास पहुंचा तो गांव में मातम पसर गया और पत्नी सहित पूरे परिवार का रो रो कर बुरा हाल हो गया। मृतक का नाम सुरेंद्र महतो पिता हिरामन महतो है जो 11 दिन पहले मुंबई रोजगार की तलाश में गया हुआ था पेशे से चालक था वह किसी कंपनी में चालक का काम 2 दिन पहले ही पकड़ा था परंतु सड़क हादसे में उसकी जान चली गई।
घटना की सूचना मुंबई से जब घर पहुंचा तो पूरा परिवार ही सुन्न हो उठा। बता दें कि मृतक के परिवार में वह अकेला व्यक्ति था मृतक का पिता पहले ही मृतक पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। इस हालात में वह अकेला व्यक्ति था जिसके कमाई से पूरा परिवार चलता था लॉक लगने के बाद वह घर वापस आ गया था परंतु घर की माली स्थिति को देखते हुए वह 11 दिन पहले मुंबई के पनवेल चले गए थे।
मृतक के एक पुत्र और एक पुत्री है जो अभी छोटे छोटे हैं ऐसे हालात में इस परिवार के पास मुंबई से सब लाने के लिए भी पैसा नहीं था। इसकी जानकारी मिलने पर डुमरी के भाजपा नेता सुरेंद्र शाह ने मुंबई के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं को इस घटना की सूचना दी तत्पश्चात झारखंड के मुंबई में रहने वाले दहेज मुक्त झारखंड नामक ट्रस्ट के केंद्रीय अध्यक्ष विजय प्रसाद ने मुंबई से रांची तक शव को एरोप्लेन के माध्यम से लाने का बंदोबस्त किया तो वहीं इस घटना की जानकारी मिलने पर निमियाघाट थाना क्षेत्र के रंगामाटी निवासी सलीम सेठ जो मुंबई में कपड़ा कारोबारी हैं, के द्वारा मृतक के परिजन को सहयोग के रूप में ₹21000 भिजवाया गया।
मृतक का शव जैसे ही घर आया तो पूरा गांव में मातम पसर गया वही जनप्रतिनिधियों ने कहा कि अगर आज झारखंड में समुचित रोजगार की साधन होता तो इस मजदूर की मौत आज नहीं हुई होती।।इधर भाजपा नेता सुरेंद्र साहू ने कहा कि झारखंड जब से बना है तब से कई सरकारें बनी है परंतु झारखंड में समुचित रोजगार की व्यवस्था किसी सरकार ने नहीं की है जिसका खामियाजा हमारे मजदूर भाइयों को उठाना पड़ता है साथ ही साथ उसका दंश उसका परिवार को भी झेलना पड़ता है उन्होंने स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से मृतक के परिजनों को समुचित मुआवजे की मांग की है तथा सरकार द्वारा दी जाने वाली हर सुविधा अभिलंब बहाल करने की मांग भी की है ।
मृतक के परिजनों को ढाढस देने हेतु जिला परिषद अध्यक्ष राकेश महतो,स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि महेश महतो, पंचायत समिति प्रतिनिधि सत्यनारायण महतो , स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता लालचंद महतो सहित दर्जनों लोग आए हुए थे।