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बिहार भी अब योगी की राह पर…क्या U P मॉडल से लॉ एंड आर्डर होंगे नियंत्रित

बिहार भी अब योगी की राह पर…क्या U P मॉडल से लॉ एंड आर्डर होंगे नियंत्रित

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बिहार डेस्क– गृह मंत्री बनते ही सम्राट चौधरी ने अपराध पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पहले ही दिन पुलिस ने बेगूसराय में कुख्यात शिवदत्त राय का एनकाउंटर किया। एनकाउंटर में घायल शिवदत्त राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
“Morning shows the day” बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही अपराधियों के खिलाफ सख्ती का दौर शुरू हो गया है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को गृह विभाग सौंपे जाने के तुरंत बाद बेगूसराय जिले में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय के साथ एनकाउंटर किया। यह घटना शुक्रवार रात को साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के मल्हीपुर गांव के पास हुई, घटना में राय घायल हो गया।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि तेघड़ा थाना क्षेत्र का फरार अपराधी शिवदत्त राय हथियार खरीदने के लिए मल्हीपुर पहुंचा है। टीम ने तत्काल छापेमारी की, तो अपराधियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में शिवदत्त राय के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके साथ दो अन्य अपराधी भी पकड़े गए, जबकि बाकी फरार अपराधियों की तलाश जारी है।मौके से पुलिस ने एक देसी कार्बाइन, दो मैगजीन, पांच खोखे कारतूस, दो जिंदा कारतूस, भारी मात्रा में कफ सिरप (ड्रग्स के लिए इस्तेमाल) और नकदी बरामद की है। साथ ही, एक घर से मिनी गन फैक्ट्री भी उजागर हुई। शिवदत्त राय पर हत्या, लूट और अवैध हथियारों के कई केस दर्ज हैं, और वह लंबे समय से फरार था।

यूपी मॉडल’ की शुरुआत ?
यह एनकाउंटर सम्राट चौधरी के गृह मंत्री बनने का पहला ही दिन होने से चर्चा में है। भाजपा समर्थक इसे ‘यूपी मॉडल’ की शुरुआत बता रहे हैं, जहां योगी आदित्यनाथ सरकार की तर्ज पर अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जा सकती है। बिहार में तीसरी बार गृह विभाग मुख्यमंत्री के पास नहीं है – इससे पहले 1967 और 1971 में भी ऐसा हुआ था।सम्राट चौधरी ने पद संभालते ही अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि अपराध पर लगाम लगाना सरकार की प्राथमिकता है। और इसके लिए तुरंत कार्रवाई हो। बेगूसराय में दो दिनों में यह दूसरा एनकाउंटर है, जो पुलिस के अभियान की तीव्रता दिखाता है।
आगे की चुनौतियां—अपराधियों पर सख्ती से बिहार में कानून-व्यवस्था सुधरने की उम्मीद है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में हथियारों की उपलब्धता और संगठीत अपराध एक बड़ी चुनौती है।

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