Bihar News:-बाहुबली और सांसद आनंद मोहन के बेटे की शादी 4 मई को , हिल स्टेशन के रिसोर्ट में शुरू हुई शादी की रश्मे
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प्रेरणा चौरसिया
Drishti Now Ranchi
बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन के विधायक बेटे चेतन आनंद की आज शादी है। यह शादी अब उत्तराखंड के हिल स्टेशन मसूरी के रिसॉर्ट में हो रही है। पहले शादी के कार्ड पर वेन्यू में देहरादून लिखा गया। बाद में राजस्थान में बताया गया।
मंसूरी के रिसॉर्ट में चेतन आनंद और डॉक्टर आयुषी आज सात फेरे लेंगे। इस शादी में परिवार और रिश्तेदारों के अलावा करीबी लोगों को ही बुलाया गया है।
बुधवार सुबह तिलक और हल्दी की रस्म की तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। इसमें चेतन आनंद की मां और पूर्व सांसद लवली आनंद फिल्म राउडी राठौर के गाने पर डांस करती नजर आ रही हैं। फिर उन्होंने बेटी सुरभि के साथ सलमान खान के गाने चुनरी-चुनरी का फेमस स्टेप को भी दोहराया।
दूल्हा चेतन और दुल्हन डॉ. आयुषी को हल्दी लगाई गई। दोनों परिवार खुशियां मनाते नजर आ रहे हैं। आनंद मोहन की पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद, बेटी सुरभि आनंद, दामाद राजहंस, छोटे बेटे अंशुमान मोहन डांस करते नजर आ रहे हैं।
वेडिंग वेन्यू के लिए देहरादून से जयपुर तक घूमा परिवार
चेतन आनंद की शादी पहले देहरादून के राजपुर हाइट्स होटल में होनी तय हुई थी। पटना में सगाई के दौरान ही आनंद मोहन की रिहाई का नोटिफिकेशन आया। आंनद मोहन रिहा किए गए तब से मामला सुर्खियों में है। वह मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं। इसी वजह से परिवार ने तय किया कि कोई दूसरी लोकेशन देखी जाए।
इसलिए शादी के लिए राजस्थान के जयपुर में जगह देखी गई, लेकिन समय कम होने की वजह से किसी भी होटल ने समारोह करने से मना कर दिया। जयपुर में जगह नहीं मिलने की वजह से फिर मसूरी से आगे एक हिल स्टेशन पर वेन्यू को डिसाइड किया गया।
शादी में दिग्विजय सिंह शामिल होंगे
चेतन आनंद की शादी में बहुत ज्यादा लोगों को नहीं बुलाया गया है। 150 से 200 मेहमानों को न्योता गया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के शामिल होने की संभावना है। दिग्विजय सिंह का आनंद मोहन के साथ काफी नजदीकी रिश्ता रहा है। चेतन आनंद की सगाई 24 अप्रैल को काफी धूमधाम से पटना में हुई थी।
बेटे की सगाई के दिन पिता को मिली थी रिहाई
24 अप्रैल को चेतन आनंद की सगाई पटना के विश्वनाथ फार्म में बड़े धूमधाम से हुई थी। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित बिहार के सभी बड़े नेता शामिल हुए थे। उस समय आनंद मोहन पैरोल पर जेल से बाहर आए थे। लेकिन, इसी दिन 24 अप्रैल को ही बिहार सरकार ने परिहार में शामिल 27 लोगों को जेल से रिहा करने का आदेश दे दिया, इसमें आनंद मोहन का नाम भी शामिल था।
आनंद मोहन 27 अप्रैल की सुबह जेल से बाहर आए। उनके स्वागत के लिए काफी तैयारी की गई थी। रोड शो होना था, सभाएं होनी थीं, लेकिन सब कुछ छोड़कर आनंद मोहन सहरसा जेल से बाहर निकल गए। उन्होंने किसी से बात तक नहीं की।
माना जा रहा है कि आनंद मोहन ने रणनीति के तहत यह फैसला लिया था। बताया यह जा रहा है कि आनंद मोहन इस मामले को तूल नहीं देना चाहते थे। उनकी रिहाई के बाद बड़ा जनसैलाब उमड़ता, शक्ति प्रदर्शन होता और मीडिया में बयानबाजी होती। लेकिन आनंद मोहन सब छोड़कर पहले पटना और उसके बाद दिल्ली चले गए।
परिवार के लंबे संघर्ष के बाद मिली रिहाई, शुरू हुआ विवाद
चेतन आनंद की शादी काफी सुर्खियों में रही है। वजह है कि चेतन आनंद की सगाई के तुरंत बाद उनके पिता आनंद मोहन की रिहाई हुई। काफी लंबे अरसे से आनंद मोहन का परिवार उनकी रिहाई के लिए संघर्ष कर रहा था। बिहार सरकार की तरफ से परिहार नहीं मिलने की वजह से रिहाई नहीं हो रही थी।
ऐसे में सरकार ने कानून में बदलाव कर आनंद मोहन की रिहाई कर दी। उसके बाद आनंद मोहन मीडिया से मुखातिब नहीं हुए। रिहाई के बाद आनंद मोहन मीडिया के सवालों का जवाब नहीं देना चाहते थे। इसलिए उन्होंने जेल से निकलने के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। सीधे अपने बेटे की शादी की तैयारी में जुट गए।
हालांकि विवाद ने अभी भी उनका पीछा नहीं छोड़ा है। रिहाई के खिलाफ बिहार में राजनीतिक बयानबाजी खूब हो रही है। सुप्रीम कोर्ट तक में याचिकाएं डाली गई हैं।
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