बिस्सा मुंडा जयंती के मौके पर देश भर में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जायेगा।
आगामी 15 नवंबर को बिस्सा मुंडा जयंती के मौके पर देश भर में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जायेगा. प्रधाममंत्री नं मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रमंडल ने बुधवार को यह फैसला लिया. केंद्र की और से जशी विज्ञतति में बताया गया कि यह दिवस हर साल मनावा जाेगा,जिसके जरिये आदिवासी समुदायों के गौरवशाली इतिहास व सांस्कृतिक विरासत को मान्यता मिलेगी. भारत सरकार ने ।5 से 22 नवंबर तक हफ्ते भर चलनेवाले समारोह के आयोजन की योजना बनायी है. इस दौरान आदिवासी लोगों, संस्कृति व उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास के 75 साल का जश्न मनाया जायेगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ आदिवासी आंदोलतों ने पूरे देश में भारतीयों को स्वतंत्रता संग्राम के लिए ग्रेित किया.
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हालाँकि, देश के ज्यादातर लोग इन आदिवासी नायकों को लेकर ज्यादा जानकार नहीं है. जनजातीय गौरव दिवस आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की स्मति को सर्मर्पित होगा, तकि आनेवाली पीढ़ियां देश के लिए उनके बलिदान के बारे में जान सकें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित “जनजातीय गौरव दिवस महासम्मेलन’ में भाग लेंगे. इसकी तैयारियों के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शुक्रवार को अधिकारियों की बैठक बुलावी गयी है. बिर्सा के उलमुलान को अब जानेगा पुर देश : जनजातीय गौरव दिवस के लिए खास तौर पर बिर्सा मुंडा जयंती का चयन किया गया है. बिरसा मुंडा देश के कई आदिवासी समुदयों द्वारा भगवान की तरह पूजे जाते हैं; उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक व्यवस्था के शोषण के खिलाफ ‘लगुलान’ का आहान करते हुए बहादुरी से लड़ाई लड़ी थी . अब उनके उलगुलान को पूरा देश जानेगा.
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