भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य कार्यालय में डाॅ. आरपी साहू के निधन पर की गई शोकसभा.
Team Drishti.
रांची : आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य कार्यालय में आदिवासी-मूलवासी अधिकार मंच के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ. आर.पी. साहू के निधन पर शोकसभा की गयी। शोकसभा की अध्यक्षता भाकपा के वरीय नेता के.डी. सिंह ने की और संचालन पार्टी के राज्य परिषद सदस्य उमेश नजीर ने किया। इसके मौके पर उनके छोटे पुत्र अभिषेक साहू भी मौजूद थे।
शोकसभा की अध्यक्षता करते हुए पार्टी के वरीय नेता के.डी. सिंह ने कहा कि डाॅ. साहू सरल और सहज व्यक्तित्व के व्यक्ति थे। हमेशा झारखंड के आदिवासी मूलवासी जनता के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहते थे। वे कम्युनिस्ट विचारधारा और समाज के वंचित जमात को लेकर चलने की बात करते थे। आदिवासी मूलवासी अधिकार मंच के अध्यक्ष राजू महतो ने कहा कि वे आदिवासी-मूलवासी जनता के मुखर प्रवक्ता थे। हमेशा आदिवासी-मूलवासी जनता की सांस्कृतिक एकता स्थापित करने के लिए तत्पर रहते थे। उन्होंने कहा कि अलग राज्य निर्माण के उपरांत आदिवासी-मूलवासी के अधिकारों को लेकर संवैधानिक तरीके से जनांदोलन को खड़ा करने में उनकी अहम् भूमिका थी।
संचालन करते हुए उमेश नजीर ने कहा कि डाॅ. साहू के अनुसार बिना सांस्कृतिक आंदोलन के राजनैतिक आंदोलन अवसादग्रस्त हो जायेगा और डाॅ. साहू फाउडेंषन की गठन की वकालत की। उन्होंने कहा कि झारखंड एक अनमोल हीरा नागपुर है, जिसको संरक्षित व सुव्यवस्थित किया जाये। मंच के मुख्य संयोजक आजम खान ने कहा कि तमाम सामाजिक संगठनों को एक गौरवशाली जनांदोलन खड़ा करने का श्रेय डाॅ. आर.पी. साहू का है। भेदभाव रहित रह कर झारखंड के आदिवासी-मूलवासी को एकसूत्र में बांधने का अदम्य साहस डाॅ. साहू ने किया।
पार्टी के जिला सचिव अजय सिंह ने कहा कि डाॅ. साहू एक क्रांतिकारी ऐतिहासिक पुरूष हो गये हैं, इसमें कोई संदेह नहीं है। इनके तैलचित्र विधानसभा और प्रमुख चैक पर उनकी प्रतिमा स्थापित की जाये। कार्यक्रम को प्रणव कुमार बब्बू, सरजन हांसदा, धर्मदयाल साहू, मानव घोष, रंजीत उरांव, पावेल कुमार, संतोष चैधरी, जीतू साहू और कुणाल कुमार ने संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन फरजाना फारूकी ने किया।