मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के पश्चिम बंगाल दौरे से दीदी खफ़ा, सीएम नें दिया जवाब.
दुमका : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के पश्चिम बंगाल के झारग्राम में किये सभा से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खफ़ा है। ममता बनर्जी इसको लेकर जेएमएम से नाराजगी जाहिर की है। इस पूरे मामले पर सीएम हेमंत सोरेन नें कहा कि ममता दीदी राजनीतिज्ञ हैं और उनको भी अपने लोगों को जबाब देना होता है। ममता दीदी झारखंड में भी चुनाव लड़ती रही हैं, हमने कभी कोई सवाल खड़े नहीं किए, लोकतंत्र का यह बहुत खूबसूरत त्यौहार होता है जिसको राजनीतिक दल बहुत संजीदगी से देखते हैं। हेमंत सोरेन नें कहा बंगाल उड़ीसा और छत्तीसगढ़ कभी विदर्भ राज्य का हिस्सा रहे है, आज के दिन भी हमारे कार्यकर्ता वहां जिंदा है मरे नही है। उनकी भावनाएं गुरुजी के साथ और झारखंड मुक्ति मोर्चा आंदोलन के साथ उसी मजबूती के साथ खड़ा दिखाई देगा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नें कहा झारखंड मुक्ति मोर्चा एक आंदोलन की उपज है। आंदोलन के माध्यम से जो कुछ भी हम लोगों ने पाया वह आपके समक्ष है। यह जगजाहिर है कि मांगने से कोई कुछ देता नहीं है, अधिकार के लिए लड़ना पड़ता है। जिन दलों में लड़ने की क्षमता है वे राजनीतिक दल अपनी मंजिलें को पाता है। झारखंड मुक्ति मोर्चा का जो दायरा उसे अब बढ़ाना है। उड़ीसा हो बंगाल हो या फिर छत्तीसगढ़ हो हम यहां वर्षों से चुनाव लड़ते रहे हैं। यह सही है कि ममता दीदी हमारे विचारधारा की सोच वाली नेत्री और मुख्यमंत्री हैं । बंगाल में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी एक षड्यंत्र के तहत अपनी राजनीतिक बिसात बिछा रही है उसमें कहीं ना कहीं अभी के हालात में हम सभी को मिलकर उसे रोकना होगा।
उन्होंने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार नें रोजगार के नए आयाम खोलें है और कई नीतियां लेकर हम आ रहे हैं। राज्य अलग होने के बाद जेपीएससी को उसकी नियमावली नही थी, हम लोगो ने नई नियमावली बना कर जेपीएससी को दिया। अब राज्य में नियुक्तियों की बौछार होगी। इसका लाभ यहां के छात्र छात्राओं और बेरोजगार नौजवानों को मिलेगा। उन्होंने कहा खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति हमारी सरकार कर रही है। राज्य अलग होने के बाद पहली बार सरकार ने स्पोर्ट्स ऑफिसर की बहाली की है। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भ्रष्ट पदाधिकारियो को चेतावनी देते हुए कहा कि इस सरकार में गलत करने वाले पदाधिकारियों पर गाज गिर रही है, उन्होंने कहा कि कोई भरष्टाचारी नही बचेंगे चाहे वह वरीय पदाधिकारी हो या फिर जूनियर पदाधिकारी हो। इस सरकार में ऐसी कोई गुंजाइस नहीं है की कोई गलत करते हुए निकल जाए।