रांची में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी, जल जीवन मिशन में अनियमितता से जुड़ा है बड़ा,मामला।
रांची में प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी, जल जीवन मिशन में अनियमितता से जुड़ा है बड़ा,मामला….
ED की टीम आज यानी सोमवार को भोरे-भोर झारखंड में फिर से रेस हो गयी। राजधानी रांची से लेकर चाईबासा तक करीब 20 ठिकानों पर एक साथ रेड चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार ED की टीमों ने IAS मनीष रंजन, मंत्री मिथलेश ठाकुर के PS हरेंद्र सिंह, मंत्री के भाई विनय ठाकुर समेत कई विभागीय इंजीनियर्स से जुड़े 20 ठिकानों को खंगाला जा रहा है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के जल जीवन मिशन में अनियमितता से जुड़े मामले को लेकर यह कार्रवाई की गयी है। रातू रोड स्थित इंद्रपुरी रोड में विजय अग्रवाल के घर के अलावा हरमू और मोरहाबादी सहित अन्य ठिकानों की तलाशी ली जा रही है।
ED की यह कार्रवाई रांची के पंडरा थाने में दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर की गयी है। इस मामले में अधिवक्ता सुजीत कुमार पर ED को मैनेज करने के नाम पर छह करोड़ रुपये की ठगी करने का इल्जाम है। इस मामले में ED ने ECIR (इकोनॉमिक ऑफेंस कंप्लेंट रिपोर्ट) दर्ज की है।
यहां याद दिला दें कि ED ने इससे पहले आठ अक्टूबर को भी इसी मामले में रांची, धनबाद और पटना के आधा दर्जन ठिकानों पर रेड मारी थी। इन ठिकानों में पंडरा इलाके में रहने वाले अधिवक्ता सुजीत कुमार, कांके के अंचलाधिकारी जय कुमार राम, पूर्व अंचलाधिकारी सह धनबाद के डीटीओ दिवाकर द्विवेदी, नामकुम के पूर्व अंचलाधिकारी प्रभात भूषण और जमीन कारोबारी संजीव पांडेय से जुड़े ठिकाने शामिल थे। इस छापे के दौरान ED को कुछ दस्तावेज भी मिले हैं, जिनकी जांच अभी जारी है। ईडी ने 12 अक्टूबर को भी चुटिया में छापा मारा था।