झारखंड मूलनिवासी परिसंध द्वारा आयोजित किया गया वन भोज कार्यक्रम.
गिरीडीह : सोमवार को झारखंड मूलनिवासी परिसंध डुमरी द्वारा वन भोज कार्यक्रम का आयोजन डुमरी के घुटवाली में किया गया। इस कार्यक्रम में एक सभा का भी आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि झारखंड अनुसूचित जाति / जन जाति के प्रदेश अध्यक्ष एल एम उराँव, झारखण्ड मूलनिवासी परिसंध के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष छोटू राम एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डुमरी अंचलाधिकारी रवि भूषण एवम डुमरी प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमनाथ बंकिरा सहित कई गन्य मान अतिथि उपस्थित हुए। इस दौरान डुमरी परिषद के सदस्यों द्वारा सभी आमंत्रित अतिथियों को पुष्प गुच्छ एवं पुष्प माला देखकर सम्मानित किया गया।
इस दौरान झारखंड अनुसूचित जाति जनजाति के प्रदेश अध्यक्ष एम एल उरांव ने कहा कि वन भोज के माध्यम से समाज के लोगों से मिलना एक अच्छा अवसर होता है इस अवसर पर समाज के दबे कुचले लोगों को किस प्रकार से सामाजिक शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप से उत्थान किया जाए इस विषय पर विचार विमर्श किया जाता है। आज डुमरी में इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों का आना समाज के लिए धनात्मक सोच को प्रदर्शित करता है यह बताता है कि समाज के लोग अब आगे बढ़ने का अवसर खोज रहे हैं।
वही झारखंड मूलनिवासी परिषद के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष छोटूराम ने बताया कि वन भोज के माध्यम से लोगों में ऊर्जा भरने का काम किया जा रहा है ताकि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोग अपने अपने घरों में शिक्षा का ज्योति जगा सके तथा अपने अपने बच्चों को शिक्षा का माहौल प्रदान कर सके। इस वन भोज के माध्यम से यह कोशिश की जा रही है कि कोई भी अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चे अनपढ़ ना रहे क्योंकि जब बच्चे शिक्षित हो जाएंगे तब शिक्षा उसे आर्थिक माहौल प्रदान करेगा और समय आने पर वह समाज निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभा पाएगा।
इस दौरान धनबाद जिला परिसंध के धनबाद जिला अध्यक्ष संतोष दास , परिसंघ के धनबाद महासचिव छोटन दास, डुमरी बी ई ओ विजयराम ,डुमरी अनुमंडल के बड़ा बाबू नारायण दास, भेंडरा मुखिया बाबू लालदास, ठाकुरचक मुखिया सीताराम रविदास, भंडारों मुखिया रणधीर रजक, छछंदों मुखिया रूपानी देवी, नगरी मुखिया सुमा देवी, पालगंज मुखिया कोलेश्वर दास, समाजसेवी बजल हेंब्रम, सहित कई प्रतिष्ठित समाज के लोगों ने सभा को संबोधित किया।
गिरिडीह, दिनेश