सूबे के खनन सचिव श्री निवासन पहुंचे गिरिडीह.
गिरिडीह, दिनेश.
गिरिडीह : राज्य सरकार के निर्देश पर रविवार को सूबे के खनन सचिव श्री निवासन गिरिडीह पहुंचे और विभिन्न अबरख इकाईयों का निरीक्षण किया।मौके पर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, डीसी राहुल सिन्हा, प्रशिक्षु आईएएस रियाज अहमद, जिला खनन पदाधिकारी सतीश नायक भी मौजूद रहे। इस दौरान सचिव और डीसी ने माइका ट्रेड से जुड़े कारोबारियों से मुलाकात की। शहर के सर्किट हाउस में जय माइका के निदेशक अशोक पांड्या, रुबी माइका के राजेन्द्र बगेड़िया, संजय बगेड़िया, लक्ष्मीकांत राजगढ़िया और चैंबर ऑफ काॅमर्स के सचिव निर्मल झुनझूनवाला मौजूद थे। मुलाकात के बाद सचिव ने शहर के कई नामचीन माइका कारखानों का निरीक्षण किया। जिसमें जय माईका, रुबी माईका शामिल था।
दरअसल, खनन सचिव को भी माइका कारोबार को लेकर लगातार भ्रामक जानकारी मिल रही थी। इसमें बाल श्रमिकों द्वारा माइका की कटाई और उसे पक्का माल तैयार किए जाने की बात शामिल थी। लिहाजा, गिरिडीह के माइका आधारित उद्योग का निरीक्षण किया गया। इस दौरान सचिव श्री निवासन ने भी समझा कि सूबे की आर्थिक हालात सुधारने की दिशा में माइका कारोबार की भूमिका अहम हो सकती है। इस दौरान सचिव ने जिन फैक्ट्रियों का निरीक्षण किया। उनमें माइका की कटाई करने वाले श्रमिकों से सचिव ने बात भी किया।
श्रमिकों में महिलाओं की संख्या अधिक देख सचिव भी चौंक गए। इधर औद्योगिक क्षेत्र के रुबी माईका फैक्ट्री का निरीक्षण जब उन्होने किया तो उन्हें कारखानें के कर्मियों ने बताया कि हर रोज दौ से अधिक श्रमिक काम करते है। माइका के माध्यम से पेपर प्लेट बनाने वाले गिरिडीह के इकलौते अत्याधुनिक माइका कारखाना देख सचिव भी खुश हुए। फैक्ट्री के कर्मियों ने मौके पर फैक्ट्री के हर मशीन की जानकारी दी।
मौके पर माइका कारोबारियों ने सचिव, डीसी और विधायक के साथ बैठक भी की। कारोबारियों ने सचिव को काॅपरेटिव सोसाईटी बनाकर माइका का कच्चा माल ढिबरा को कारोबारियों तक पहुंचाने का सुझाव दिया। इधर सर्किट हाउस में मीडिया कर्मियों से बातचीत के क्रम में सचिव ने भी माना कि वन अधिनियम की धारा 1980 के कारण सूबे के इन दोनों जिलों की हालात बेहतर करने वाला कारोबार पनप नहीं पा रहा। एक्ट का गलत फायदा अब तक वन विभाग उठाता रहा। लिहाजा, अब सरकार स्तर पर एक्ट में संशोधन किया जा चुका है।