आदिवासियों के उत्थान को लेकर हई ग्राम सभा.
रामगढ़, आकाश/अशोक.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!रामगढ़ : जिला के पाहन बेड़ा गांव में गुरुवार को ग्राम सभा हुई। गांव के मुखिया बुजुर्ग लाला मुंडा की अध्यक्षता में हुई सभा ग्रामीणों की खासी उपस्थित रही। इस दौरान लोगों को पारंपरिक कार्यक्रम संबंधित बेहतर शिक्षा की तालिम दी गई। हक- हुकूक की सुरक्षा के सवाल पर आदिवासियों को एक जूट रहने की सलाह दी गई।
जिला अंतर्गत उरलुंग पाहन बेड़ा गांव की परंपरा रही है। जहां प्रतिमाह एक दिन आदिवासी जमा होकर ग्राम सभा करते है। इस सभा के माध्यम से ग्राम के आदिवासी लोग आपस में सुख दुख बांटते है। लोगों की समस्याओं का निपटारा किया जाता है। ग्राम सभा में टोला मोहल्ला सहित महिला पुरुष और बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित होती है। ग्राम सभा की खास विशेषता यह है मौके पर गांव के मुखिया सामान बड़े बुजुर्ग लोगों को अपना सुझाव देते है। परिचर्चा के दौरान गांव टोला के लोगों की समस्या सुनी जाती है। उन्हें अच्छे आचरण और विचार सही रखने सहित लोगों की बेहतरी की सलाह दी जाती है। लोगों को गांव में शराब का बहिष्कार करने, बेवजह किसी विवाद में ना पड़ने और बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए प्रेरित किया जाता है।
मौके पर केंद्रीय युवा सरना समिति के उपाध्यक्ष रामविलास मुंडा, रघु मुंडा, मुकेश मुंडा, विमल मुंडा, रामप्रसाद मुंडा, अशोक मुंडा, विकास मुंडा, किशन मुंडा, सुबासो देवी, सीता देवी, दुर्गा देवी, सीता देवी, ललिता देवी, दुर्गा देवी आदि ने अपने अपने सुझाव साझा किए। आदिवासियों को एक सूत्र में बने रहने, अपनी परंपरा का निर्वहन करने का पाठ पढ़ाया गया। अपने हक हुकूक की सुरक्षा के सवाल पर एक जूट रहने का सलाह दिए।




