79वें स्वतंत्रता दिवस का भव्य आयोजन, मोरहाबादी मैदान में राज्यपाल संतोष गंगवार ने फहराया तिरंगा
रांची : भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झारखंड की राजधानी रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में भव्य समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली। समारोह में भारी संख्या में लोगों का जनसैलाब उमड़ा, जिसने देशभक्ति के उत्साह को और बढ़ा दिया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!परंपरागत रूप से मोरहाबादी मैदान में स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री द्वारा ध्वजारोहण किया जाता रहा है, लेकिन इस वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन के कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता के श्राद्ध कर्म में व्यस्त रहे। इस वजह से राज्यपाल संतोष गंगवार ने ध्वजारोहण की जिम्मेदारी संभाली, जिसके साथ ही बरसों पुरानी परंपरा में बदलाव देखा गया।
ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रगान की धुन से मोरहाबादी मैदान देशभक्ति के रंग में रंग गया। समारोह में सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, सीआईएसएफ, झारखंड जगुआर, जैप-1, जैप-2, जैप-10 सहित 14 बटालियनों ने भव्य परेड प्रस्तुत की। इस बार परेड में बिहार पुलिस की एक टुकड़ी भी शामिल थी, जिसने झारखंड के जवानों के साथ कदमताल किया। परेड का नेतृत्व सहायक पुलिस अधीक्षक सुश्री श्रुति ने किया, जिसमें एनसीसी और रांची पुलिस की महिला जवानों ने भी अपनी ताकत और अनुशासन का प्रदर्शन किया।
राज्यपाल का संबोधन: शहीदों को नमन, विकास पर जोर
समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार ने अपने संबोधन में स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों को नमन किया। उन्होंने विशेष रूप से दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन जनजातीय अस्मिता और सामाजिक उत्थान के लिए समर्पित रहा। राज्यपाल ने नक्सलवाद के खिलाफ सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए बताया कि अब तक 197 नक्सली गिरफ्तार हुए, 17 मारे गए और 10 ने आत्मसमर्पण किया है।
महिला सशक्तिकरण और विकास योजनाओं पर बल
राज्यपाल ने अपने संबोधन में महिला सशक्तिकरण पर सरकार के जोर को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मंझन सम्मान योजना के तहत 51 लाख से अधिक महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है, जिसे विश्व बैंक ने भी सराहा है। इसके अलावा, मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाने और युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने पर जोर दिया गया। वर्ष 2024-25 में झारखंड में 3.5 लाख मीट्रिक टन से अधिक मछली का उत्पादन हुआ है।
शिक्षा और ग्राम स्वराज को मजबूती
राज्यपाल ने शिक्षा और ग्राम स्वराज के क्षेत्र में सरकार की पहल की भी जानकारी दी। झारखंड स्टूडेंट रिसर्च एंड इनोवेशन पॉलिसी के तहत शोध और नवाचार को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, जबकि मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत पीएचडी छात्रों को 22,500 से 25,000 रुपये प्रतिमाह की फेलोशिप दी जा रही है। इसके अलावा, 2500 ग्राम पंचायतों में पंचायत ज्ञान केंद्र स्थापित करने की योजना है, जिसमें से 1000 पंचायतों को इस वर्ष 4.2 लाख रुपये प्रति पंचायत की दर से राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
समारोह के लिए रांची में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। उपायुक्त ने शहर में सड़कों की मरम्मत और होटलों में जांच अभियान के निर्देश दिए। हालांकि, मौसम विभाग ने 15 अगस्त को बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन उत्साह के सामने मौसम की बाधा फीकी पड़ गई।
समारोह के दौरान राज्यपाल ने विशिष्ट सेवा के लिए पुलिस अधिकारियों को सम्मानित किया। आईपीएस ऋषभ कुमार झा और एएसपी सीआरपीएफ अनुराग राज को वीरता पदक से नवाजा गया।







