झारखंड के युवाओं के बीच IAS डॉ मनीष रंजन की किताब के नए संस्करण का तेजी से बढ़ा क्रेज
रांची: झारखंड के युवाओं तथा साहित्य प्रेमियों के बीच इन दिनों झारखंड कैडर के आई0ए0एस0 डॉ मनीष रंजन की पुस्तक झारखंड सामान्य ज्ञान 2022 की चर्चा तेजी से हो रही है। प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किताब का यह आठवां संस्करण उस वक्त आया है जब झारखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा(PT) आगामी 19 सितंबर को आयोजित होने वाला है। परीक्षा की तिथि नजदीक आने से युवाओं में इस किताब की चर्चा तेजी से चल रही है जेपीएससी के सिलेबस के अनुरूप यह किताब युवाओं को काफी भा रही है। किताब में झारखंड का इतिहास, झारखंड आंदोलन, झारखंड की विशिष्ट पहचान, झारखंड का लोक साहित्य, झारखंड का साहित्य और साहित्यकार, शिक्षण संस्थान झारखंड में खेलकूद, जमीन संबंधी कानून, झारखंड की विकास नीतियां, झारखंड का औद्योगिक विकास आदि विषयों पर काफी शोध एवं विस्तार पूर्वक लिखा गया है ताकि किताब के माध्यम से पूरे झारखंड की रूपरेखा को दर्शाया जा सके। लेखक प्रशासनिक सेवा से जुड़े हुए अधिकारी हैं अतः इस किताब के लेखन में उन्होंने काफी शोध किया है। समय-समय पर नई जानकारियां आने के पर किताब के अगले संस्करण में वह झारखंड से संबंधित नई जानकारियों का संग्रह करते आ रहे हैं। 2002 बैच के आईएएस अधिकारी सह- साहित्यकार डॉ मनीष रंजन वर्तमान में ग्रामीण विकास विभाग में सचिव के पद पर झारखंड सरकार में कार्यरत हैं। इन्होंने झारखंड के विभिन्न जिलों में उपायुक्त-सह-जिला अधिकारी के रूप में आम लोगों के विकास हेतु सफलतापूर्वक कार्य किया है। इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नेतरहाट विद्यालय,नेतरहाट से ली है जो कि झारखंड के लातेहार जिला में स्थित है। उच्च शिक्षा हेतु पटना कॉलेज, पटना में नामांकन लिया तथा शिक्षा अर्जित करने के पश्चात हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। IRMA, गुजरात से MBA की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात इन्होंने मैनेजमेंट स्टडी में पीएचडी की डिग्री उपाधि हासिल की। डॉ रंजन कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले, अमेरिका से पब्लिक अफेयर में मास्टर डिग्री अर्जित की है। प्रोफेशनल करियर में इन्हें IAS की मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल से नवाजा गया है। इन्हें लगातार दो वर्ष प्रधानमंत्री मनरेगा उत्कृष्टता पुरस्कार, भारत के महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कार मिल चुका है।