ईरान का अमेरिका पर जोरदार प्रहार: कतर में अल-उदैद सैन्य अड्डे पर मिसाइल हमला
ईरान ने सोमवार रात कतर की राजधानी दोहा में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे, अल-उदैद एयर बेस, पर मिसाइल हमला कर मध्य पूर्व में तनाव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। यह हमला अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नतांज, और इस्फहान पर रविवार को की गई बमबारी के जवाब में देखा जा रहा है।
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने हमले की पुष्टि करते हुए इसे “ऑपरेशन बशारत अल-फतह” नाम दिया। IRGC का दावा है कि उन्होंने अमेरिका द्वारा गिराए गए बमों की बराबर संख्या में मिसाइलें दागीं, ताकि यह संदेश दिया जाए कि ईरान हर हमले का करारा जवाब देगा।
कतर के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, हमले में 10 में से 9 मिसाइलों को उनकी वायु रक्षा प्रणाली ने नष्ट कर दिया, और कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, दोहा में विस्फोटों की आवाजों से अफरा-तफरी मच गई। कतर ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे अपनी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले को “कमजोर” करार देते हुए कहा कि ईरान ने हमले से पहले अमेरिका को चेतावनी दी थी, जिससे नुकसान टाला गया। ट्रंप ने दावा किया कि 14 मिसाइलें दागी गईं, जिनमें से 13 को नष्ट कर दिया गया।
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अमेरिका के युद्ध में शामिल होने पर “अंजाम बुरा होगा।” ईरान ने यह भी कहा कि उसने कतर के शहरी क्षेत्रों से दूर बेस को निशाना बनाया, ताकि स्थानीय आबादी को नुकसान न पहुंचे।
इस हमले के बाद कतर और संयुक्त अरब अमीरात ने अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिए, जबकि इराक, कुवैत, और बहरीन में अमेरिकी ठिकानों पर हाई अलर्ट जारी है। क्षेत्रीय तनाव बढ़ने के साथ वैश्विक तेल आपूर्ति और सुरक्षा पर चिंताएं गहरा गई हैं।
कतर में भारतीय दूतावास ने भारतीय समुदाय को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्ष विश्व युद्ध की ओर बढ़ सकता है, क्योंकि रूस और पाकिस्तान ने ईरान के समर्थन में बयान दिए हैं।