जमशेदपुर की सड़कें या मौत का गड्ढा? प्रशासन की चुप्पी पर जनता तंज कस रही!
जमशेदपुर की सड़कें या मौत का गड्ढा? प्रशासन की चुप्पी पर जनता तंज कस रही!
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जमशेदपुर में मूसलाधार बारिश ने शहर की सड़कों को ‘चांद सा गड्ढा’ बनाने का काम किया है, और इनमें सबसे खतरनाक है एमजीएम अस्पताल से मानगो जाने वाली सड़क पर बना एक विशाल गड्ढा। ये गड्ढा इतना गहरा है कि इसमें बस तो क्या, पूरा ट्रैफिक जाम समा जाए! स्थानीय लोगों का कहना है कि ये गड्ढा नहीं, बल्कि ‘यमराज का न्योता’ है। दो लोग इसमें गिरकर मामूली रूप से घायल भी हो चुके हैं, लेकिन जिला प्रशासन की नींद टूटने का नाम नहीं ले रही।
स्थानीय लोगों ने अपनी जान जोखिम में डालकर गड्ढे को घेर तो दिया, लेकिन प्रशासन के आला अधिकारी शायद ‘सैर-सपाटे’ पर हैं, क्योंकि सुबह से कोई जिम्मेदार चेहरा मौके पर नजर नहीं आया। हजारों लोग रोज इस सड़क से गुजरते हैं, और हर कदम पर मौत का डर साये की तरह साथ चल रहा है। जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर है, और लोग तंज कसते हुए कह रहे हैं, “जिला प्रशासन शायद हमारी विदाई समारोह की तैयारी में है!”
एक तरफ केंद्रीय पथ परिवहन मंत्री झारखंड में फ्लाईओवर और सड़कों की सौगात बांट रहे हैं, दूसरी तरफ जमशेदपुर की सड़कें ‘मौत का रियलिटी शो’ बन चुकी हैं। सवाल ये है कि क्या प्रशासन को जगाने के लिए और कितने गड्ढों की जरूरत पड़ेगी? या फिर जनता को खुद ही ‘रोड मेकर’ बनना पड़ेगा?
आप क्या सोचते हैं? कमेंट में बताएं, और इस खबर को शेयर करें, शायद प्रशासन की नींद टूट जाए!






