और जिंदगी की जंग हार गया (lost the battle of life)
lost the battle of life
जिंदगी की जंग हार गया ,मौत ने दे दी मात । जी हां देवघर जिले के रोपवे हादसे में जिंदगी और मौत के बीच महज चंद सेकेंड का अंतर देखने को मिला ।
लोहरदगा-बोकारो हिंसा और देवघर रोपवे दुर्घटना( ropeway accident) राज्य सरकार की विफलता
एक पर्यटक के रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर समीप पहुंचा, उसने हेलिकप्तार को पकड़ा भी लेकिन कुछ मिनटों बाद उसका हाथ का संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर गया और उसकी मौत हो गई.
मृतक की पहचान अभी नहीं हुई है. मरने वालों की संख्या तीन हो गई है. अब तक 32 पर्यटकों को सकुशल निकाला गया है वहीं दस से अधिक पर्यटक अभी भी फंसे हैं. आज सुबह से चार पर्यटको को निकाले जाने की बात सामने आई है ।
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बता दें कि देवघर-त्रिकुट रोपवे दुर्घटना मामल में दो दो वायुसेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है. एयर लिफ्ट से 15 और एनडीआरएफ द्वारा 11 पर्यटकों को सकुशल निकाला गया. अंधेरा होने को है. अभी भी 4 ट्रॉली में फंसे पर्यटक को निकालना है.
गौरतलब है कि मोहनपुर के त्रिकुट पहाड़ पर रविवार शाम चार बजे अचानक रोपवे से व्हील से खिसक गया और रोपवे का तार टूट गया । इससे कई ट्रॉलियां असंतुलित हो गईं और पहाड़ से टकरा गईं. इससे जहां तीन की मौत हो गई, वहीं कई यात्री घायल हो गए.
घायलों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है. आधी रात में स्थानीय लोगों, जिला पुलिस व NDRF की टीम द्वारा 56 पर्यटकों को सुरक्षित उतार लिया गया.