मुन्ना राय और उसका सहयोगी कथित पत्रकार उमेश सिंह गिरफ्तार.
दुमका, शौरभ सिन्हा.
दुमका : शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में 25 लाख की रंगदारी नहीं देने पर पत्थर व्यवसाय मनोज भगत उर्फ काला मनोज को 12 नवम्बर को गोली मारनेवाले अपराधी मुन्ना राय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके सहयोगी के रूप में कथित पत्रकार उमेश सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। डीआईजी सुदर्शन मंडल ने इसकी पुष्टि की है। अपने ट्वीट में डीआईजी ने बताया है कि उमेश सिंह कुख्यात अपराधकर्मी मुन्ना राय और उसके साथियों के साथ कई अवैध हथियारों और गोली के साथ गिरफ्तार हुआ है।
मुन्ना राय व्यापारी काला मनोज को गोली मारने, दहशत पैदा करने और खदान व्यापारियों से रंगदारी मांगने के का वांछित अपराधकर्मी है। डीआईजी ने आगे बताया है कि ‘उमेश सिंह पूर्व में आदिवासी महिला के साथ बलात्कार के प्रयास 98/08 और बीडीओ शिकारीपाड़ा को मारपीट करने के कांड 87/05 में आरोप पत्रित है। जेल भी गया है। शिकारीपाड़ा 80/2000 धारा 420/467/468/471 भादवि की वांछित है। उसे वर्तमान में शिकारीपाड़ा कांड संख्या 131/20 दिनांक 12.11.2020 धारा 307/34 भादवि एवं आम्र्स एक्ट के मुख्य अभियुक्त मुन्ना राय के लगातार संपर्क में रहने एवं पुलिस की गतिविधियों की जानकारी अपराधियों को देने के संबंध में पूछताछ हेतू थाना लाया गया था।
यहां बता दें कि मुन्ना राय ने पत्थर व्यवसाई आदित्य नाथ गोस्वामी से 40 लाख रुपये रंगदारी की मांग की थी। रंगदारी की राशि नहीं देने पर उसे और उसके मैनेजर को जान से मारने की धमकी दी थी। उसने काला मनोज से फोन पर 25 लाख की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर हत्या के इरादे से 12 नवम्बर को दिनदहाड़े सरसडंगाल में उसने काला मनोज को पीछे से तब गोली मार दी जब वह बाईक से जा रहा था। वही पत्थर व्यवसायी को गोली मारने की घटना के बाद रंगदारी मांगने के वायरल ऑडियो में अपराधी द्वारा झामुमो विधायक बसंत सोरेन का नाम आने से जहां सियासत तेज हो गयी थी वहीं अब मुन्ना राय के सहयोगी के रुप में गिरफ्तार उमेश सिंह का फेसबुक पर दुमका सांसद सुनील सोरेन के साथ लगा हुए फोटो से राजनीतिक बयानबाजी तेज होने की संभावना है।
भाजपा विधायक दल के नेता पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मराण्डी ने इस वायरल वीडियो को 17 नवम्बर को सीएम और डीजीपी को ट्वीट की और मामले की एनआईए से जाँच करवाने और कार्रवाई की मांग की। ऑडियो में रंगदारी मांगनेवाले अपराधी ने पत्थर व्यवसायी को गालियां देते हुए कहा है कि वह दुमका विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित जेएमएम विधायक बसंत सोरेन का आदमी है। इस ऑडियो क्लीप के सहारे बाबूलाल मरांडी ने सीएम पर भी निशाना साधा था। झामुमो विधायक बसंत सोरेन ने इसे बाबूलाल मरांडी की साजिश करार दिया था। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उमेश सिंह की गिरफ्तारी और उसके साथ भाजपा सांसद की फोटो सामने आने पर भाजपा क्या स्टैण्ड लेती है।