झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन.
सिमडेगा : उपायुक्त सुशांत गौरव की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना से संबंधित एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला के माध्यम से बताया गया कि इस योजना का लाभ केसीसी ऋण धारक को मिलेगा। वैसे किसान जो 31.03.2020 तक कृषि ऋण लिये हो, 31 मार्च 2020 तक अधिकतम 50 हजार रूपये तक के बकाया राशि ही माफ की जायगी।
उपायुक्त ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन के दिशा में एलडीएम को किसान क्रेडिट कार्ड के मानक खाताधारक किसानों की सूची जिला कृषि पदाधिकारी को उपलब्घ कराने का निर्देश दिया। जिला कृषि पदाधिकारी को प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी एवं प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक को सूची उपलब्ध करायेंगे।
कृषि मित्र को सूची उपलब्ध कराते हुए सूचीबद्ध किसानों के घर जाकर उन्हे झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना के बारे में जानकारी देंगे एवं आवश्यक दस्तावेज के साथ किसानों को बैंक या सीएससी में भेजना सुनिश्चित करेंगे, जहां आॅनलाईन उनका फर्म योजना के तहत् भरा जायेगा।
जिले के लगभग 8 हजार किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। अधिकतक 50 हजार रूपये का ऋण माफी सरकार के द्वारा किया जायेगा। प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया कि प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी एवं बीटीएम से प्रतिदिन योजना की प्रगति के बारे में समीक्षा करते रहें। 31 मार्च 2021 तक योजना के तहत् ऋण माफी का आॅनलाईन फर्म सीएससी के माध्यम से भरा जायेगा। बैंक खाता एवं आधार से मोबाईल नम्बर के लिकेंज की जांच कर लेने की बात कही। जिनका मोबाईल नम्बर लिंक नहीं होगा, उनका मोबाईल नम्बर लिंक करा लें।
उन्होने मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के अवयव तथा स्वरूप एवं क्रियान्वयन के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं, लाभुकों का चयन व योजना के लिए किए गए कार्यों पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई। विभाग के पदाधिकारी ने योजना से संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत दो दुधारु गाय, कामधेनु डेयरी फार्मिंग अंतर्गत 5 गाय व 10 गाय की डेयरी, चारा काटने की हस्त व विद्युत चालित मशीन, प्रगतिशील डेयरी कृषकों के लिए मिल्कींग मशीन, पनीर एवं खोआ मेंकिग यूनिट, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट, डीप बोरिग एवं तकनीकी इनपुट अंतर्गत संतुलित पशु आहार, एरिया एपेसिफिक मिनरल मिक्सचर, शीतवर्द्धक सप्लीमेंट योजना का लाभ लाभुकों को दिया जाना है। उपायुक्त ने योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए पारदर्शी तरीके से लाभुकों का चयन कर लाभ देने को कहा। उन्होंने कहा कि योजना से लाभुक आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। उन्होने आपूर्ति विभाग की भी योजनाओं के बारे में समीक्षा करते हुए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें।
कार्यशाला में अनुमण्डल पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, परियोजना निदेशक आत्मा, प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, ईडीएम, सीएससी मैनेजर, प्रज्ञा केन्द्र संचालक के अलावे अन्य उपस्थित थें।
सिमडेगा, शम्भू कुमार सिंह