कृष्णा मांझी के दस्ते के एक हार्डकोर नक्सली को पुलिस ने धर दबोचा.
गिरिडीह : शुक्रवार को गिरिडीह पुलिस को डूमरी के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र राजा भिट्ठा और जरीडीह के बीच चलाए गए एन्टी नक्सल अभियान दौरान बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों के अनुसार गिरिडीह पुलिस ने जोनल कमांडर कृष्णा दा के दस्ते में कार्य कर रहे हार्डकोर नक्सली को 40 किलो आईडी के साथ गिरफ्तार किया है हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि पुलिस अधिकारियों द्वारा नहीं की गई है।
सूत्र बताते हैं कि गिरफ्तार हार्डकोर नक्सली का नाम जयराम बेसरा है। सूत्रों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि गिरिडीह एएसपी गुलशन तिर्की को गुप्त सूचना मिली थी कि डुमरी के उत्तरा उत्तराखंड स्थित राजा बेटा और जरूरी के जंगली इलाकों में नक्सली कमांडर कृष्णा मांझी के लिए कार्य कर रहे हैं जयराम बेसरा नामक नक्सली एवं कुछ अन्य नक्सली साथी पुलिस को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य बम प्लांट कर रहे हैं ।
सूचना के संपुष्टि के पश्चात गिरिडीह पुलिस ने दो टीमें बनाई ,एक टीम की नेतृत्व खुद गिरिडीह एसपी अमित रेनू तथा अपर पुलिस अधीक्षक गुलशन तिर्की ने किया तो वहीं दूसरी टीम में सीआरपीएफ 154 बटालियन के कमांडेंट व सीआरपीएफ के जवानों में मोर्चा सम्भालते हुए इस हार्डकोर नक्सली को धर दबोचा ।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जयराम बेसरा डुमरी-पीरटांड के जोनल कमांडर कृष्णा दा के दस्ता से जुड़ा हुआ था। कृष्णा दा के दस्ते में जयराम बेसरा की भूमिका ठेकेदारों से लेवी वसूलने की रही है। कुख्यात इनामी माओवादी अजय महतो के पीरटांड छोड़ने के बाद इस पूरे इलाके की जिम्मेवारी कृष्णा दा को ही मिला हुआ है। जबकि कृष्णा दा ने अपने दस्ते में खुद के करीबी जयराम बेसरा को पीरटांड और डुमरी में योजना का काम कर रहे ठेकेदारों से लेवी वसूलने का जिम्मा दे रखा था। लिहाजा, जयराम बेसरा की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी उपलब्धि मानकर चल रही है।
गिरिडीह, दिनेश