प्रधानमंत्री ने आज 26 नवंबर को री-इन्वेस्ट 2020 का किया उद्घाटन, शामिल हुए मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर.
Garhwa, V K Pandey
गढ़वा : आज मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुरसे 28 नवंबर 2020 तक वर्चुअल प्लेटफार्म पर आयोजित होने वाले थर्ड एडिशन ऑफ रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एंड एक्सपो रि- इन्वेस्ट कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा दिनांक 26 नवंबर 2020 को संध्या 5:30 बजे किया गया। उक्त कार्यक्रम में भाग लेने हेतु माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार श्री हेमंत सोरेन जी ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर को झारखंड का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्राधिकृत किया है।
आज वर्चुअल कार्यक्रम का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं ऊर्जा एवं नवीकरण मंत्री आरके सिंह जी ने किया तथा उक्त कार्यक्रम में झारखंड के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर शामिल हुए। मौके पर माननीय मंत्री श्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि यह कार्यक्रम 3 दिनों तक चलेगा। कल दिनांक 27 नवंबर 2020 को प्रातः 10:00 से 11:30 के बीच में राज्यों के मुख्यमंत्री अपना अपना पक्ष रखेंगे। मैं भी झारखंड का पक्ष रखकर राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे हैं ऊर्जा की दिशा में कार्यों का विस्तार पूर्वक ब्यौरा दूंगा और ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को कैसे सुदृढ़ बनाया जाए इसके लिए सभी प्रकार की संभावनाओं और भारत सरकार से हमें किस प्रकार सहायता प्राप्त हो इस पर भी अपनी बात रखूंगा।
उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहता है। कोयला एवं अन्य संसाधन काफी सीमित हो गए हैं, ऐसे में सौर ऊर्जा कोयला एवं अन्य संसाधनों का अच्छा विकल्प सिद्ध हो रहा है। सौर ऊर्जा से प्रदूषण को काफी कम किया जा सकता है। आज विश्व में विभिन्न देशों में सौर ऊर्जा का विकास किया जा रहा है। ऊर्जा हमारे समाज के अस्तित्व एवं विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण तत्व बन चुका है और ऊर्जा की पर्याप्त आपूर्ति न होने पर मानव की आकांक्षा पूरी नहीं हो सकती। ऊर्जा तथा समृद्धि में कितना अधिक संबंध है इसकी झलक विकसित एवं विकासशील देशों के जीवन स्तर को देखने से मिल जाता है।
माननीय मंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए अधिक ऊर्जा की व्यवस्था करना और पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के व्यापक प्रबंध कर रहा है ऐसे में हमारा राज्य झारखंड और भारत भी विश्व के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को तैयार है।