Sahibganj News :- डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पुलिस को सौंपी, मुख्य आरोपी मैनुल हक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर
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Drishti Now , Ranchi
साहिबगंज जिले के बोरियो प्रखंड में हुए रिबिका हत्याकांड मामले में लगभग 50 दिनों के बाद अच्छी खबर आयी है। इस हत्याकांड के खुलासे की उम्मीद अब जगी है। दुमका स्थित फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हुए रिबिका के 18 टूकड़ों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट डॉक्टरों ने पुलिस को सौंप दी है। इसके बाद से इसके खुलासे की उम्मीद जगी है। हालांकि पुलिस ने अभी इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है। अभी पुलिस ने इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट को अपने पास ही रखा है। जिले के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा की माने तो जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा। कुछ जरूरी जांच की रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। उसी का इंतजार किय जा रहा है।
एफएसएल और डीएनए रिपोर्ट का इंतजार
सूत्रों की मानें तो अभी जिले की पुलिस दो अहम जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। ये दो रिपोर्ट एफएसएल और डीएनए रिपोर्ट हैं। जब तक ये दोनों रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिल जाते तब तक इस हत्याकांड का खुलासा नहीं किया जा सकता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शव का एफएसएल और डीएनए रिपोर्ट रांची फोरेंसिक लैब से भेजा जाना है। जिसके बाद ही पुलिस को पोस्टमॉर्टम की फाइनल रिपोर्ट मिलेगी। पुलिस अब आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। इसके लिए 17 मार्च तक का समय है।
मुख्य आरोपी अब भी पकड़ से बाहर
रिबिका हत्याकांड मामले का मुख्य आरोपी मैनुल हक अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस अभी तक मुख्य आरोपी का कोई सुराग नहीं ढूंढ़ पाई है। जबकि रिबिका के पति दिलदार अंसारी सहित 10 लोगों को रेबिका की हत्या, हत्या की साजिश रचने और सबूत मिटाने के आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि रिबिका की हत्या किए जाने के बाद उसके शरीर से चमड़े को छिल दिया गया था। अभी जब पुलिस के हाथ पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट मिल जाएगी, तब सही बात सामने आएगी।
क्या है रिबिका हत्याकांड
झारखंड के साहेबगंज जिले के बोरियो प्रखंड में आदिवासी युवती रिबिका पहाड़िन की हत्या कर दी गयी थी। वह आदिम पहाड़िया जनजाति समुदाय से आती है। उसकी हत्या 16 दिसंबर की रात कर दी गई थी। हत्या का खुलासा तब हुआ जब 17 दिसंबर की शाम को हुआ जब बोरियो संताली स्थित मोमिन टोला में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्र के पास उसके पैर के टुकड़े मिले थे। पैर के टुकड़ों की पहचान रेबिका के पति दिलदार अंसारी ने की थी।
दिलदार अंसारी की दूसरी पत्नी थी रिबिका
रिबिका पहाड़िन शादीशुदा दिलदार अंसारी से शादी की थी। रिबिका पहाड़िन दिलदार की दूसरी पत्नी थी। जानकारी के मुताबिक दिलदार अंसारी से शादी करने से पहले रिबिका अपने ही समुदाय के एक युवक के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रह चुकी थी। उससे उसे एक 5 साल की बेटी भी है। रेबिका पहाड़िन से दूसरी शादी करना दिलदार अंसारी के घरवालों को नागवार गुजरा था। यही वजह है कि दिलदार, रिबिका को लेकर पहले बेंगलुरु गया और वापस लौटने के बाद बोरियो में ही किराए के मकान में रहने लगा था।