18 नक्सलियों के खिलाफ चलेगा देशद्रोह का मामला, अभियोजन चलाने की मंजूरी हेतु उपायुक्त ने राज्य सरकार से मांगा स्वीकृति.
गिरीडीह : उपायुक्त राहुल सिन्हा ने राज्य सरकार से 18 कुख्यात नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाने हेतु स्वीकृति मांगी है। इसे लेकर उपायुक्त द्वारा राज्य सरकार को पत्र लिख अपनी अनुशंसा भेजी है। अगर राज्य सरकार द्वारा 18 नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन चलाने की मंजूरी मिल जाती है तो ही जिला प्रशासन द्वारा इन अट्ठारह नक्सलियों के खिलाफ न्यायालय में मामला चल सकेगी।
किन मामलों में चलेगा देशद्रोह का मामला
गिरिडीह के मधुबन तथा पीरटांड़ थाना क्षेत्र में दो नक्सली कांडों को अंजाम देने में सम्मिलित 18 नक्सली के खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाया जाएगा। पहले मामले की बात की जाए तो गिरीडीह के मधुबन थाना क्षेत्र अंतर्गत धावाटांड़ में नक्सली कांड से संबंधित है, जिसमें नक्सलियों ने एक महिला एवं पुरुष को गला रेतकर हत्या कर सड़क किनारे फेंक दिया था। नक्सलियों ने दोनों पति-पत्नी को पुलिस मुखबिरी के आरोप में निर्मम हत्या कर दिया था।
नक्सलियों ने इस घटना को 24 मई 2018 का अंजाम दिया एवं कई नक्सली परचे भी फेंके थे। मृतकों की पहचान डुमरी थाना क्षेत्र के बाराडीह गांव निवासी किसुन हेम्ब्रम एवं सुहासिनी देवी के रूप में हुई थी।
इस नक्सली वारदात को अंजाम देने में एक करोड़ के इनामी नक्सली पति राम मांझी उर्फ अनल दा, 25 लाख का इनामी नक्सली अजय महतों उर्फ टाइगर वर्तमान में पारसनाथ जोन के कमांडर कृष्णा हांसदा उर्फ कृष्णा मांझी, राम दयाल महतो उर्फ बच्चन दा, रणविजय महतो, प्रशान्त मांझी शामिल थे। वहीं दूसरा मामला पीरटांड़ थाना क्षेत्र के बड़ी नक्सली घटना में संबंधित है जिसमें कृष्णा हांसदा, प्रशान्त मांझी, सुधीर किस्कु, छोटे लाल हांसदा, प्रभा दी उर्फ प्रभा सोरेन, रंजीत टुड्डू, उज्ज्वल गंझू, डेनियल उर्फ दानियाल, इलियास हेम्ब्रम, टेकलाल किस्कु, हितेश उर्फ नन्दलाल एवम जयराम किस्कु आरोपी हैं।
पुलिस अनुसंधान में इनके खिलाफ आरोप सत्य पाए गए,अर्थात इन सभी के खिलाफ देशद्रोह की गतिविधियों में शामिल पाया गया। गिरीडीह उपायुक्त ने पुलिस द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों के आधार मानते हुए राज्य सरकार को इन नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन चलाने की मंजूरी मांगी है।