सिमडेगा पुलिस ने किया जाली नोट छापने वाले गिरोह का हुआ भांडाफोड.
सिमडेगा : सिमडेगा पुलिस ने जाली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए भारी मात्रा में जाली नोट और नोटों को छापने की मशीन सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक डाॅ शम्स तब्रेज ने बताया कि अपराधिक गतिविधियों को अंकुश लगाने के उद्देश्य से बोलबा थाना क्षेत्र में वाहन जांच अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान बोलबा थाना प्रभारी मनीष कुमार ने ग्रे रंग की मोटरसाइकिल पर काला बैग लिए प्रदीप मांझी नामक युवक को रोकने की कोशिश की तो वह पुलिस को देखते भागने की कोशिश की। पुलिस ने उसे धर दबोचा। जब पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसके जेब से 6700 रूपये तथा उसके बैग से 302900 रूपये बरामद हुए। पुलिस ने जब उससे इतनी मोटी रकम के विषय में पुछताछ शुरू की तो उसने पुलिस को बताया कि सभी नोट नकली हैं। उसके इस बयान से पुलिस मामले को और गंभीरता से लेते हुए कड़ाई से पुछताछ शुरू की। उसने बताया कि वह अपने साथी पंकज बडाईक के पास से इसे छपवाकर ला रहा है। उसने बताया कि छत्तीसगढ़ के लोक सिंह और अमीत यादव के डिमांड पर इसे झारखंड छत्तीसगढ़ सीमा बेलकुबा में देने जा रहा था।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार प्रदीप की निशानदेही पर जब पुलिस ने छापामारी शुरू की तो लोक नाथ को 5300 जली रुपयों के साथ और अमीत 3300 जाली रुपयों के साथ पुलिस ने धर दबोचा। पुलिस ने पंकज बडाईक को खिजरी नवाटोली से जाली नोट छापते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। पुलिस को इसके पास से 3700 जाली रूपए तथा आधे प्रिंट किए रूपये, लैपटॉप, प्रिंटर, नोट छापने के पेपर, इंक ,मोटरसाइकिल, लैण्डलाइन सेट मिले हैं। पुलिस को इनके चारो के पास से कुल मिला कर 321900 रुपए मिले हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरबीआई और एफआइसीएसएन की टीम नोटों की जांच करेगी। पुलिस अधीक्षक तबरेज ने कहा कि पराध अपराध करने वाले किसी भी हाल में बक्से नहीं जाएंगे सिमडेगा पुलिस उन्हें छोड़ेगी नहीं।
सिमडेगा, शम्भू कुमार सिंह