आखिर ! कतरास के इस स्कूल में शिक्षकों (teachers)की इतनी मनमानी क्यों है ?
कतरास। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों (teachers) की मनमानी देखनी हो तो आप बाघमारा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय झारखोर के शिक्षक अपने मन मुताबिक स्कूल का संचालन करते हैं। शिक्षकों का जब मन हुआ विद्यालय खोल दिया और जब मन हुआ उसे बंद कर स्कूल से वापस चले जाते हैं। बुधवार को प्राथमिक विद्यालय झारखोर के शिक्षकों की मनमानी के कारण दिनभर विधालय बंद रही बकायदा बच्चे अपने निर्धारित समय पर विद्यालय पहुंचे लेकिन विद्यालय के दरवाजे पर ताला लटका देख छात्र-छात्राएं वापस अपने घर लौट गए।
विद्यालय बंद होने की खबर पाकर जमुआटांड पंचायत के मुखिया निरंजन गोप विद्यालय पहुंचे और विद्यालय में ताला लटका देख नाराजगी जाहिर की उन्होंने दूरभाष पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से बात कर विद्यालय के शिक्षकों पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की मनमानी हम किसी कीमत में नहीं चलने देंगे मामले को लेकर अगर कार्यवाही नहीं होती है
तो शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारियों से शिकायत करेंगे। मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुभाष कुमार से जब दूरभाष पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि विद्यालय में 2 शिक्षक हैं इसके बावजूद भी अगर विद्यालय बंद है तो विद्यालय के शिक्षक पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।इधर जब विधालय के शिक्षिका अनिमा कर्मकार से संपर्क करने का प्रयास किया जो संभव नहीं हो सका।