छठ महापर्व पर मोदी सरकार का 12 हजार स्पेशल ट्रेनों का दावा खोखला: RJD प्रवक्ता कैलाश यादव का केंद्र पर तीखा प्रहार

रांची : छठ महापर्व की धूम में लाखों प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी की आस टूट रही है। देशभर से बिहार-झारखंड लौटने वाले करोड़ों यात्रियों को ट्रेनों में कन्फर्म टिकट न मिलने और भारी भीड़ का सामना करना पड़ रहा है। इस पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रदेश प्रवक्ता कैलाश यादव ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने 12 हजार स्पेशल ट्रेनों चलाने के सरकारी दावे को ‘खोखला जुमला’ करार देते हुए यात्रियों की परेशानी पर गहरी नाराजगी जताई।

कैलाश यादव ने कहा, “केंद्र में तीसरी बार सत्ता संभाल रही मोदी सरकार ने छठ महापर्व के पावन अवसर पर बिहार के लिए 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का दावा था कि इससे छठव्रतियों और श्रद्धालुओं को सकुशल घर पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन हकीकत यह है कि देशभर में बिहार-झारखंड से रोजी-रोटी के लिए बाहर गए करोड़ों लोग घर लौटने को तरस रहे हैं। स्टेशनों पर धक्का-मुक्की, वेटिंग लिस्ट में सैकड़ों नाम और ट्रेनों में फिट होने लायक जगह न होना यही है मोदी जी का ‘विकसित भारत’!”

यादव ने बताया कि बिहार और झारखंड से हर साल करोड़ों युवा दिल्ली, मुंबई, गुजरात, हैदराबाद जैसे शहरों में मजदूरी और नौकरियों के लिए जाते हैं। छठ जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर घर लौटना उनके लिए आस्था और परिवार से जुड़ाव का माध्यम है। लेकिन रेल मंत्रालय के ‘खोखले दावों’ से लोग मायूस हैं। उन्होंने कहा, “बिहार में छठ महापर्व के साथ विधानसभा चुनाव भी नजदीक हैं। बाहर रहने वाले करोड़ों बिहारियों में उत्साह तो है, लेकिन केंद्र सरकार की लापरवाही से नाराजगी हावी हो रही है।




