राज्यवासी इस दीपावली वोकल फाॅर लोकल को बढावा देने में सहयोग करें : चैंबर.
Team Drishti.
रांची : दीपावली से पहले देशवासियों से स्थानीय उत्पादों को बढावा देने के प्रधानमंत्री के आहवान ‘‘लोकल फाॅर दीपावली‘‘ पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ काॅमर्स एण्ड इन्डस्ट्रीज ने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था में गति आयेगी। चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी एवं महासचिव धीरज तनेजा ने संयुक्त रूप से लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड महामारी के कारण छोटे एवं मध्यमवर्गीय व्यापारियों को बडा नुकसान हुआ है। यह ध्यान देने योग्य है कि एक बुरा महीना एक व्यवसाय को हमेशा के लिए बंद कर सकता है। इसलिए छोटी खरीदारी करें, स्वतंत्र खरीदारी करें तथा अपने स्थानीय दुकानदारों से आपकी जरूरत की वस्तुओं को खरीदकर अर्थव्यवस्था को गति देने में सहयोग करें। केवल समाज के स्थानीय/छोटे दुकानदारों से सामान खरीदने से एक ओर जहां व्यापारियों को इस वैश्विक आर्थिक संकट के समय में अपने व्यवसाय में जीवित रहने की ताकत मिलेगी वहीं व्यापारियों के साथ जुडे लाखों लोगों की आजीविका भी बनी रहेगी। प्रत्येक व्यक्ति यदि गर्व के साथ स्थानीय दुकानों से सामान खरीदेगा व उसके बारे में चर्चा करेगा तो उसे बनानेवालों की दीपावली और रौशन हो जायेगी। चैंबर अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के कई युवा जिन्होंने स्टार्टअप शुरू किया है उन्हें सहयोग करना व प्रोत्साहित करना हमारा दायित्व है। हम यदि उनकी बनाई चीजें लेते हैं तो उनका हौसला बुलंद होगा। चैंबर ने दुकानदारों से भी अपील की कि आप भी आॅनलाइन की तर्ज पर ग्राहकों को छूट का लाभ दें ताकि लोग स्थानीय दुकानों से खरीदारी करने को आकर्षित हो सकें। हमें प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए यह जरूरी है।
चैंबर अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने यह भी कहा कि अनलाॅक के उपरांत अब जब राज्य में सभी आर्थिक गतिविधियां आरंभ हो चुकी हैं, ऐसे में राज्य सरकार द्वारा भी व्यापार व उद्योग जगत को प्रोत्साहन देने की पहल की जाय। सरकार को स्टेकहोल्डर्स को विश्वास में लेकर योजनाओं को गति देनी चाहिए तथा उनकी कठिनाईयों के निराकरण हेतु तकनीक विकसित करने पर विचार करना चाहिए ताकि राज्य के राजस्व संग्रह में उत्तरोत्तर वृद्धि हो सके। इसी प्रकार केंद्र की योजनाओं का क्रियान्वयन राज्य में सुगमतापूर्वक हो ताकि योजनाओं का लाभ स्थानीय स्टेकहोल्डर्स को मिल सके। हम यह महसूस करते हैं कि केंद्र और राज्य सरकार के आपसी तालमेल में कहीं न कहीं कमी अवश्य है। उद्योग विभाग उद्यमियों के साथ उत्प्रेरक का काम करे तथा उद्यमियों की समस्याओं का सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से त्वरित निदान हो। साथ ही विभागीय अधिकारियों को जवाबदेह बनाया जाय ताकि समयबद्ध तरीके से कार्यों का निष्पादन हो सके।