विषाक्त भोजन खाकर एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत.
Dumka, Shaurabh Sinha.
पाकुड़ : पाकुड़िया थाना क्षेत्र के बिचपहाडी पंचायत अंतर्गत रामघाटी चितांग टोला गांव में विषाक्त भोजन खाने से एक ही परिवार के तीन छोटे छोटे बच्चों की अकाल मृत्यु हो गई है। जबकि बच्चे के माता पिता भी गंभीर रूप से बीमार पड़ गये हैं, जिनका ईलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाकुडिया में चल रहा है। घटना सोमवार देर रात की है।
परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक रामघाटी चितांग टोला निवासी बबलू हेम्ब्रम के घर मे रात्रि भोजन में बासी भात, आलू और कुन्द्री की सब्जी तथा पुराने इमली की चटनी को उनके तीनो बच्चों ने घर के अन्य लोगों के साथ खाया था। खाने के तुरंत बाद ही तीनो बच्चे लगातार बार बार उल्टी और दस्त करने लगे। साथ ही बार बार बेहोश होने लगे और उनकी हालत बिगड़ने लगी तथा कुछ ही देर बाद तीनों बच्चों की मौत हो गई । मरने वाले बच्चों में उज्जवल हेम्ब्रम, 7 वर्ष , अजित हेम्ब्रम, 11 वर्ष तथा संजय हेम्ब्रम, 15 वर्ष हैं। वहीं बच्चे के पिता बबलू हेम्ब्रम, 36 वर्ष व माता सुहागिनी सोरेन 31 वर्ष का ईलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुडिया में चल रहा है।
घटना की खबर मिलते ही पाकुडिया थाना प्रभारी मदन कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी मिथिलेश कु चौधरी ने घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की विस्तृत जानकारी हासिल की। बीमार पड़ी मां सुहागिनी सोरेन को अविलंब स्वास्थ्य टीम के चिकित्सक डॉ गंगा शंकर साह को बुलाकर दवा व स्लाइन चढ़वाकर उनके बेहतर ईलाज हेतु उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुडिया पहुंचवाया। साथ ही बच्चों व परिजनों द्वारा खाये गये बचे भोजन के नमूने को जप्त कर शीलबन्द डब्बे में रखा गया।
पुलिस ने तीनों बच्चों के लाश को कब्जे में कर उनके अंत्यपरीक्षण हेतु पाकुड़ भेजा गया जहां मेडिकल टीम द्वारा उनका अंत्यपरीक्षण किया जायेगा। पाकुड से घटनास्थल पर पहुंचे जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सह उपाधीक्षक सदर अस्पताल डॉ संजय कु झा ने बताया कि घटना अत्यंत दुखदाई है। उन्होंने बताया कि तीनों बच्चों का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम कराया जायेगा जिसके उपरांत ही पता चलेगा कि मौत कैसे हुई। मौके पर पाकुडिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर सिविल सर्जन डॉ रामदेव पासवान ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से मुलाकात कर इनके बेहतर चिकित्सा का निर्देश उपस्थित चिकित्सकों को दिया है।
सिविल सर्जन ने बताया कि दो लोग इलाजरत हैं वहीं तीन बच्चों की दुःखद मृत्यु हो गई है । उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही आगे कुछ बताया जा सकता है। इधर जानकारी के मुताबिक जप्त खाद्य पदार्थों को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजने की तैयारी की जा रही थी जहां इसकी उच्चस्तरीय परीक्षण किया जायेगा। बहरहाल घटना के बाद गांव में पूरी तरह मातम का माहौल देखा गया। मृतक बच्चों के घर के बाहर सैकड़ों की संख्या में आसपास की महिलाएं जुटी थीं। सभी जोर जोर से रो रहीं थीं। एक भी ब्यक्ति ऐसा नही था जिनकी आंखों में आंसू नही था । घटना से पूरे गांव में शोक का वातावरण देखा जा रहा है।