झरी उपकेंद्र में बाहर लावारिस हालत में मिले वैक्सीन आइसबॉक्स.
पलामू : जिले के हैदरनगर प्रखंड के स्वास्थ्य उप केंद्र झरी के परिसर में लावारिस हालत में सात वैक्सीन आइसबाक्स मिले. कुछ लोगों का कहना है कि इसमें कुछ वैक्सीन भी पड़ी मिली हैं. लोगों का आरोप है कि यह पोलियो की वैक्सीन हैं. इसकी जानकारी पर स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा है. इसका फोटो और वीडियो वायरल होने के बाद आनन फानन में सभी पोलियो आइसबॉक्स को उठाकर स्वास्थ्य उपकेंद्र में रखा गया. इस मामले में सिविल सर्जन डा. जाॅन एफ कनेडी ने हुसैनाबाद के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और बीपीएम को शोकाॅज किया है.
बताते चलें कि रविवार को पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान का पहला दिन था. बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने के लिए हरेक उप स्वास्थ्य केंद्र और स्वास्थ्य केंद्र में बूथ बनाए गए थे. पूरे दिन कार्यक्रम चलाकर बच्चों को पोलिया निरोधक दवा दी गई. सोमवार से घर-घर पोलियो ड्राप पिलाने की तैयारी थी. इसमें मॉनिटरिंग के लिए चिकित्सकों की भी तैनाती की गई थी, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. लावारिस हालत में वैक्सीन फेंके जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जब इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को मिली तो विभाग में हड़कंप मच गया. लिहाजा आनन-फानन में आइसबॉक्स को वहां से हटवा दिया गया. एक वायल की कीमत 2800 रुपये के करीब है. इस तरह लाखों की वैक्सीन खराब हो गई.
आइसबॉक्स में पोलियो की नहीं थी वैक्सीन : सिविल सर्जन
मामले में जिले के सिविल सर्जन डा. जाॅन एफ कनेडी ने हुसैनाबाद के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और बीपीएम को शोकाॅज किया है. साथ ही जांच के लिए मेदिनीनगर से एक टीम भेजी है. पलामू के डीपीएम (स्वास्थ्य) दीपक कुमार ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि आइसबाक्स में पोलियो की वैक्सीन नहीं थी, बावजूद उसे खुले में रखना कहीं से भी उचित नहीं है. झरी उप स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी एएनएम प्रभा देवी हैं, जानकारी मिली है कि शाम को एएनएम झरी उप स्वास्थ्य केंद्र को बंद कर चली गईं थीं. इस कारण आइसबाक्स को बाहर रख दिया गया.
पलामू, अरुनिष सिंह