स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए 4 एवं विद्यालय प्रमाणीकरण पुरस्कार की ब्राॅन्ज कैटेगरी के लिए 18 विद्यालय हुए पुरस्कृत.
हजारीबाग, कुंदन लाल.
हजारीबाग : झारखण्ड शिक्षा परियोजना अंतर्गत मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार 2019-20 एवं विद्यालय प्रमाणीकरण पुरस्कार वितरण समारोह हजारीबाग जिले के डीसी आदित्य कुमार आनन्द की अध्यक्षता में गुरूवार को सूचना भवन में आयोजित की गई। आयोजित कार्यक्रम में डीसी श्री आनन्द के द्वारा स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए चयनित 4 विद्यालयों यथा उर्दू मध्य विद्यालय, हरिना कटकमसांडी, प्राथमिक विद्यालय रंगामाटी विष्णुगढ़, प्राथमिकी विद्यालय गोंदवार चुरचू तथा नव प्राथमिक विद्यालय हुरूदाग कटकमदाग को मोमेंटो तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
वहीं ज्ञान सेतु परियोजना के तहत गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा लर्निंग आउटकम में बेहतर प्रदर्शन करने वाले तथा विद्यालय प्रमाणीकरण पुरस्कर की ब्राॅन्ज कटेगरी में चयनित 18 विद्यालयों यथा चरचू प्रखण्ड के मध्य विद्यालय फुसरी,उत्क्रमित उच्च विद्यालय जरबा,उत्क्रमित मध्य विद्यालय हेन्देगढ़ा,उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरा,नव प्राथमिक विद्यालय बड़कीबसाड़ी,विष्णुगढ़ प्रखण्ड के बालक मध्य विद्यालय विष्णुगढ़,उत्क्रमित मध्य विद्यालय चानो, प्राथमिक विद्यालय रमुआँ, उर्दू प्राथमिक विद्यालय टंडवा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरकी, मध्य विद्यालय नरकीकला, मध्य विद्यालय गालहोबार, टाटीझारिया प्रखण्ड के मध्य विद्यालय मूरकी, उत्क्रमित उच्च विद्यालय धर्मपुर, दारू प्रखण्ड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय तिउजपुनई, बड़कागाँव प्रखण्ड के उर्दू कन्या उत्क्रमित मध्य विद्यालय चोपदारबालिया, ईचाक प्रखण्ड के प्राथमिक विद्यालय संस्कृत, ईचाक तथा मध्य विद्यालय डाडी को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डीसी श्री आनन्द ने चयनित सभी विद्यालयों को शुभकामना देते हुए कहा कि शिक्षा विभाग खासकर शिक्षकों को शिक्षण के दौरान सारी गतिविधि बच्चों के विकास पर केंद्रित होना चाहिए। शिक्षक जो भी शैक्षणिक गतिविधि करें, उसमें बच्चों के विकास को सर्वोपरि रखें। वहीं शिक्षक एवं प्रबंधन समिति बच्चों की शिक्षा गुणवत्ता एवं आधारभूत सुविधाओं को प्राथमिकता दें। डीसी श्री आनन्द ने शिक्षकों को विद्यालय में बेहतर शैक्षणिक माहौल बनाने एवं इनोवेटिव तरीके से बच्चों को शिक्षा देने की तरीके ईजाद करें। साथ ही विद्यालय के बेहतर प्रबंधन के लिए बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय से जोड़कर समन्वय के साथ काम करने की सलाह दी।
डीसी ने कहा कि शिक्षक बेहतर कार्यशैली विकसित करें,जो न केवल जिला बल्कि पूरे राज्य के लिए आदर्श प्रस्तुत कर सकें। उन्होंनें चयनित विद्यालयों को पुनः बधाई देते हुए कहा कि सभी विद्यालय प्रबन्धन समिति एवं शिक्षक अपनी जिम्मेवारी का निर्वाहन करें। इस अवसर पर हजारीबाग के सदर एसडीओ विद्या भूषण कुमार ने कहा कि ग्रामीण स्तर पर विद्यालयों के प्रमाणीकरण की अपेक्षा शहरी क्षेत्रों में कम आवेदन प्राप्त होने पर उन्होंनें कहा,कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में विद्यालय आवेदन दें।
पुरस्कार समारोह में हजारीबाग जिले के डीडीसी अभय कुमार सिन्हा ने कहा कि शिक्षक अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें और वैसे विद्यालय जिनका चयन किया गया है,उनको शुभ शुभकामनाएँ दी। अधिक संख्या में स्वास्थ्य अभियान चलाएँ। सभी विद्यालय प्रमाणीकरण में हिस्सा लें। हजारीबाग जिला हर क्षेत्र में अग्रणी हो ऐसी मेरी कामना है। विद्यालय शिक्षा का मन्दिर है वहां इसकी साफ सफाई रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा,कि जिले में 1462 स्कूल स्कूलों में 4 विद्यालयों को पुरस्कार मिलना बड़ी उपलब्धि नहीं है। हमें और प्रयास करते हुए संख्या में बढ़ोतरी करना है। शिक्षक बच्चों से व्यक्तिगत रूप से बात कर नैतिक मूल्यों की जानकारी दें। कार्यक्रम के दौरान देशरत्न डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद की जन्मदिन के अवसर पर उनकी तस्वीर पर मालार्पण कर उनके आदर्शों को स्मरण किया गया। इस अवसर पर हजारीबाग जिले के डीडीसी अभय कुमार सिन्हा,सदर एसडीओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित पुरस्कार पाने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापक,बच्चे तथा प्रबन्धन समिति के सचिव सहित कई लोग मौजूद थे।