बासुकीनाथ टोल नाका में प्रवेश शुल्क के नाम पर अवैध वसूली, प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा जांच में सही पाया गया दो दिनों में ठेकेदार से मांगा गया जबाब
सौरभ सिन्हा
दुमका:- बासुकीनाथ नगर पंचायत के टोल टैक्स संवेदक अनूप मंडल द्वारा वाहनों से 40 के जगह 200 रुपया के दर से अवैध वसूली करने का मामला जांच में सही पाया गया है। संथाल परगना के कमिश्नर चंद्रमोहन प्रसाद कश्यप ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराई है। दो सदस्य जांच टीम ने अपने जांच रिपोर्ट में संवेदन अनूप मंडल को दोषी पाया है। जांच में पता चला है कि इस संवेदक ने बकायदा 200 रुपया का रशीद छपवाकर वाहन चालकों से पांच गुना राशि वसूल रहा था। इस तरह से पिछले सात माह के दौरान इस संवेदक ने 1.68 करोड़ रुपये की अवैध वसूली की है। दुमका के कमिश्नर चंद्र मोहन प्रसाद ने बताया कि दो बिंदुओं पर जांच कराया गया था। एक अपने कार्य क्षेत्र के बाहर जाकर टोल टैक्स की वसूली तथा दूसरा तय सीमा से अधिक राशि की वसूली। दोनों ही मामले में संवेदक दोषी पाया गया है। उसे नोटिस भी दिया गया था वहा आकर अपना पक्ष रखें कि क्यों न उसका लाईसेंस रद्द कर दिया जाये। गुरूवार को संवेदक अनूप मंडल ने विभाग से अपना पक्ष रखने के लिए और मोहलत मांगा है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2021-22 के लिए अनुप मंडल ने निविदा के तहत सर्वाधिक 1 करोड़ की बोली लगाकर बासुकीनाथ नगर पंचायत से टौल टैक्स का ठेका हासिल किया था।
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निविदा के शर्तों के मुताबिक उसे वाहनों से 40 रुपये के दर से टैक्स वसूली करनी थी पर उसने पांच गुना अधिक राशि 200 रूपये की रशीद छपवा ली और अवैध वसूली में लग गया। जांच समिति के रिपोर्ट के मुताबिक इस टोन नाके से प्रतिदिन 500 वाहन गुजरते हैं। संवेदक ने प्रतिदिन 20 हजार की जगह एक लाख की वसूली की। सात माह में उसने 80 हजार रुपये प्रतिदिन की दर से लगाभग 1.68 करोड़ रूपये की अधिक वसूली कर ली है।
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