रिम्स कैंपस में अवैध अपार्टमेंट निर्माण पर भाजपा का हमला: सरकार, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप
रांची : राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (रिम्स) परिसर में पिछले चार वर्षों से चल रहे अवैध निजी अपार्टमेंट निर्माण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने झारखंड सरकार पर जोरदार हमला बोला है। पार्टी ने इसे सरकारी संरक्षण प्राप्त “संगठित भूमि लूट” करार देते हुए स्वास्थ्य विभाग, रांची नगर निगम और राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने प्रेस वार्ता में कहा, “राजधानी रांची में सरकारी तंत्र का खुलेआम दुरुपयोग कर जमीन की व्यवस्थित लूट हो रही है। रिम्स परिसर में चार साल तक दिनदहाड़े अवैध अपार्टमेंट बनता रहा, जो यह साबित करता है कि भूमाफियाओं को सत्ता का पूरा संरक्षण प्राप्त है। आम नागरिकों के छोटे-छोटे मकानों का नक्शा पास करने में वर्षों लग जाते हैं, लेकिन यहां बिना किसी रोक-टोक के बहुमंजिला इमारत खड़ी हो गई।”
रिम्स-2 की जमीन भी खतरे में?
अजय साह ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिस “रिम्स मॉडल” से मौजूदा रिम्स की जमीन पर कब्जा किया गया, उसी मॉडल को दोहराने की तैयारी चल रही है। उन्होंने सवाल उठाया, “भारी जनविरोध के बावजूद सरकार रिम्स-2 के लिए स्थानीय लोगों की निजी जमीन अधिग्रहित करने पर क्यों आमादा है? क्या यह नया रिम्स भी बिल्डरों और भूमाफियाओं के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बनाने की साजिश है?”
नगर निगम बना भ्रष्टाचार का अड्डा?
भाजपा प्रवक्ता ने रांची नगर निगम को “भ्रष्ट अधिकारियों की शरणस्थली” बताया और आरोप लगाया कि दूसरे जिलों में भ्रष्टाचार में फंसे अधिकारियों को पदोन्नति देकर रांची भेज दिया जाता है ताकि वे राजधानी में बड़े स्तर पर “खेल” कर सकें। उन्होंने कहा, “इसी भ्रष्ट तंत्र के कारण पिछले पांच साल से राज्य में नगर निगम चुनाव नहीं कराए जा रहे।”
कांग्रेस विधायक का नाम भी चर्चा में
भाजपा ने दावा किया कि इस अवैध निर्माण में सत्ताधारी गठबंधन के एक कांग्रेस विधायक का भी नाम सामने आ रहा है। पार्टी ने पूरे मामले की निष्पक्ष उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।





