किसान विरोधी काला कानून का भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी करेगी विरोध.
Team Drishti.
राँची : आज भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य परिषद की बैठक वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता सूरज पत सिंह की अध्यक्षता में राज्य कार्यालय रांची में हुई, शोक सभा के डी सिंह द्वारा पेश किया गया, जिसमें किसान आंदोलन में शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित कर 1 मिनट का मौन रखा गया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। बैठक में लॉकडाउन से लेकर अब तक कार्य रिपोर्ट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक ने पेश किया जो संपुष्टि की गई।
पार्टी के एजेंडा कार्यक्रमों को रखते हुए पूर्व सांसद सह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने केंद्र सरकार के किसान विरोधी कानून को निरस्त करने की मांग को लेकर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में राज्य भर में आंदोलन की रूपरेखा तय करते हुए कहा की 21 दिसंबर को 9 बजे से शाम 5:00 बजे तक सभी जिलों में पार्टी के सभी अनुषांगिक इकाइयां अपने झंडे बैनर के साथ उपवास करेंगे और केंद्र सरकार से किसान विरोधी कानून को निरस्त करने की मांग करेंगे, 26 दिसंबर को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना दिवस के अवसर पर सभी कार्यकर्ता अपने अपने घरों में,बपार्टी कार्यालयों में झंडा फहराएंगे और त्योहार के रूप में मनाते हुए गोष्ठी सेमिनार वगैरह का आयोजन करेंगे, 5 जनवरी से 15 जनवरी तक राज्य के सभी जिलों में किसान जन जागरण अभियान जत्था निकाला जायेगा, जिसमें राज्य के सभी नेतृत्व के साथी उस जत्थे के नेतृत्व में गांव-गांव में छोटी बड़ी सभाएं करेंगे।
मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के बारे में किसानों को बताएंगे और गोल बंद कर दिल्ली में चल रहे आंदोलन के समर्थन में आंदोलन को तेज करेंगे, सर्वसम्मति से पार्टी की मजबूती के लिए संगठनों का सम्मेलन, जन संगठनों का सम्मेलन और मुखर होकर के केंद्र सरकार के किसान मजदूर आम जनता विरोधी नीतियों को उजागर करेंगे और राज्य भर में आंदोलन को तेज करेंगे ,बैठक में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता, सहायक सचिव महेंद्र पाठक के डी सिंह, सूरज पत सिंह ,अजय कुमार सिंह, आफताब आलम खान, पँचानन महतो, स्वयंबर पासवान, इफ्तिखार महमूद, पसुपती कोल ,कनहाई माल पहाड़िया, अर्जुन यादव, ल कुमार ,मेहुल मृगेंद्र, उमेश नजीर, कृष्ण कुमार मेहता, कनहाई माल पहाड़िया सहित कई लोग मौजूद थे।