जमशेदपुर के बाद अब सरायकेला में फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़, चार सुपरवाइजर गिरफ्तार
जमशेदपुर के बाद अब सरायकेला में फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़, चार सुपरवाइजर गिरफ्तार
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!सरायकेला-खरसावां, झारखंड | 28 अगस्त
झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत कपाली ओपी के तमोलिया इलाके में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। स्थानीय लोगों और पीड़ित युवकों ने चार सुपरवाइजर्स को रंगे हाथ पकड़कर कपाली पुलिस के हवाले किया, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की। इस मामले में करीब 200 से अधिक बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये की ठगी की बात सामने आ रही है।
नौकरी का झांसा देकर ठगी
जानकारी के अनुसार, आरोपी कई दिनों से तमोलिया क्षेत्र में किराए के मकान में रहकर भारत के विभिन्न राज्यों से आए भोले-भाले युवकों को फर्जी कंपनी में नौकरी दिलाने का लालच दे रहे थे। प्रत्येक युवक से 30,000 से 35,000 रुपये वसूले जा रहे थे। ठगों ने पीड़ितों को प्रोडक्ट प्रचार के नाम पर अलग-अलग जगहों पर घुमाया, लेकिन जब नौकरी की सच्चाई सामने आई, तो युवकों ने खुद को ठगा महसूस किया। पीड़ितों ने बताया कि विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई।

स्थानीय लोगों और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
आज सुबह (28 अगस्त ) पीड़ित युवकों ने स्थानीय लोगों को इस ठगी की जानकारी दी। इसके बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने चार सुपरवाइजर्स को पकड़कर पूछताछ की। सूचना मिलते ही कपाली ओपी पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपियों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। पूछताछ में कंपनी के संचालक के रूप में बिहार के लखीसराय निवासी इनामुल हक और उसके एक पार्टनर का नाम सामने आया है।
कपाली ओपी प्रभारी धीरंजन कुमार ने बताया, “आरोपियों से पूछताछ जारी है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन शामिल हैं और कितने लोगों से ठगी की गई है। जांच पूरी होने के बाद सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
हालिया घटनाओं से बढ़ी सतर्कता
यह घटना झारखंड में फर्जी नौकरी रैकेट की कड़ी में एक और मामला है। मात्र 24 घंटे पहले, जमशेदपुर पुलिस ने इसी तरह के एक अन्य फर्जीवाड़े का खुलासा किया था, जिसमें चार जालसाजों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। पुलिस और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नौकरी के नाम पर पैसे मांगने वालों से सावधान रहें और किसी भी कंपनी की विश्वसनीयता की जांच करने के बाद ही कोई भुगतान करें।
पीड़ितों की आपबीती
पीड़ित युवकों ने बताया कि उनके साथ न केवल आर्थिक ठगी हुई, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें प्रताड़ित किया गया। एक पीड़ित ने कहा, “हमें अच्छी नौकरी का सपना दिखाया गया, लेकिन पैसे देने के बाद हमें बस इधर-उधर घुमाया गया। जब हमने सवाल उठाए, तो धमकियां मिलीं।” इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है, और लोग इस तरह के रैकेट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि अगर कोई भी व्यक्ति इस तरह के फर्जीवाड़े का शिकार हुआ है या किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी है, तो वह तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन से संपर्क करे। इस मामले में आगे की जांच जारी है, और पुलिस जल्द ही पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने का दावा कर रही है।








