अमृतसर में जहरीली शराब कांड: 14 की मौत, 5 आरोपी गिरफ्तार, प्रशासन सख्त
अमृतसर में जहरीली शराब कांड: 14 की मौत, 5 आरोपी गिरफ्तार, प्रशासन सख्त
दृष्टि नाउ डेस्क , 13 मई : पंजाब के अमृतसर जिले के मजीठा हलके के पांच गांवों में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य सरगना प्रभजीत सिंह समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
12 मई की रात करीब 9:30 बजे, मजीठा हलके के थरीवाल, मरारी कलां, तलवंडी घुमन, पातालपुरी और भंगाली गांवों में लोगों की अचानक तबीयत बिगड़ने की खबरें सामने आईं। ग्रामीणों के मुताबिक, जहरीली शराब पीने के बाद लोगों को उल्टी, चक्कर और बेहोशी की शिकायत हुई। आनन-फानन में प्रभावित लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन 14 लोगों की मौत हो गई। छह अन्य लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने बताया कि मृतकों के शवों को अमृतसर के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा, “प्रभावित परिवारों को सरकार की ओर से हर संभव सहायता दी जाएगी। इस मामले की गहन जांच की जा रही है।”
पुलिस की कार्रवाई
मीडिया में आई खबर के मुताबिक अमृतसर ग्रामीण एसएसपी मनिंदर सिंह ने बताया कि पुलिस को सोमवार रात 8 बजे घटना की सूचना मिली थी। तुरंत कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया। गिरफ्तार आरोपियों में कथित मास्टरमाइंड प्रभजीत सिंह, उसका भाई कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू, साहिब सिंह उर्फ सराय, गुरजंट सिंह और निंदर कौर शामिल हैं। पुलिस ने आरोपियों की शराब बनाने की मशीनरी भी जब्त कर ली है। इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की गई हैं।
एसएसपी ने कहा, “आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जहरीली शराब के इस अवैध धंधे को जड़ से खत्म करने के लिए पुलिस प्रतिबद्ध है।”
गांवों में शोक की लहर
घटना के बाद थरीवाल, मरारी कलां और भंगाली गांवों में शोक की लहर है। ग्रामीणों ने बताया कि जैसे ही घटना का पता चला, गुरुद्वारों में अनाउंसमेंट करवाकर लोगों को सतर्क किया गया। जिन्होंने पिछले दिन शराब पी थी और तबीयत खराब थी, उन्हें तुरंत अस्पताल भेजा गया। कुछ मरीजों की हालत इतनी गंभीर है कि वे बोल भी नहीं पा रहे हैं।
डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी और एसडीएम गुरसिमरन सिंह ढिल्लों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। रिपोट्स के मुताबिक साहनी ने कहा कि प्रशासन प्रभावित परिवारों के साथ खड़ा है और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। एसडीएम ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जांच में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।
जहरीली शराब का कहर
यह पहली बार नहीं है जब पंजाब में जहरीली शराब ने कहर बरपाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि अवैध शराब का धंधा ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर चल रहा है, जिसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। इस घटना ने एक बार फिर प्रशासनिक व्यवस्था और अवैध शराब के कारोबार पर सवाल खड़े किए हैं।
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे संदिग्ध शराब का सेवन न करें और किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।